की अटकलें तेज हो गई हैं. इनमें खास तौर पर वे अधिकारी बदले जाएंगे जिन्हें एक जगह 5, 4 या 3 वर्ष हो गए हैं.
प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में तीस से ज्यादा ऐसे आईएएस हैं जो नई सरकार में अच्छी पोस्टिंग की चाहत पाले हुए हैं तो कमोबेश इतनी ही संख्या में वे आईएएस भी हैं जिन की भूमिका में नई सरकार में अहम बदलाव किया जा सकता है. कुछ ऐसे आईएएस हैं जो केन्द्र से वापस आए तो बड़ी जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा है.
आईएएस अखिल अरोड़ा पिछले पांच साल से एक ही विभाग में जमे हुए हैं. अरोड़ा 21 दिसंबर 2013 से आयोजना विभाग में प्रमुख सचिव के तौर पर कमान संभाले हुए है. इनके अलावा आईएएस नरेशपाल गंगवार भी 13 दिसंबर 2013 से वित्त सचिव राजस्व विभाग में जमे हुए हैं. गंगवार 2013 से ही प्रारंभिक, माध्यमिक शिक्षा के सचिव और प्रमुख सचिव भी रह चुके हैं.
आईएएस संजय मल्होत्रा और आईएएस नवीन जैन पिछले चार साल के एक ही विभाग में प्रमुख पर है काबिज है. 31 अक्टूबर 2014 से ही संजय मल्होत्रा ऊर्जा विभाग में सचिव के पद पर है और नवीन जैन जून 2014 से नेशनल हेल्थ मिशन में विशिष्ठ सचिव और सचिव रह चुके हैं.
इनके अलावा सरकार के बाद बदलने वाले आईएएस अधिकारियों में वीनू गुप्ता, अजय शंकर पांडे, भास्कर ए सावंत, वैभव गालरिया, कुलदीप रांका, संजय दीक्षित, कुंजी लाल मीणा, टी रविकांत, नवीन महाजन को भी नई जिम्मेदारी मिलना संभव है. आपको बता दें कि प्रदेश में जैसे हर पांच साल में सरकार बदलने का ट्रेंड रहा है, वैसे ही सरकार बदलने के बाद शीर्ष अफसरशाही में भी बदलाव का ट्रेंड रहा है. अब ब्यूरोक्रेसी में भी बड़े चेहरों के तबादलों को लेकर अटकलें लगना शुरू हो गई है.
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FIRST PUBLISHED : December 15, 2018, 07:32 IST