की राजस्थान में हत्या से सुर्खियों में आई जयपुर की सेंट्रल जेल में सुरक्षा व्यवस्था पहले भी सवालों के घेरे में रही है. उम्रकैद की सजा काट रहे शकरउल्ला की हत्या वहां कुछ
में होने बताया गया है. लेकिन ऐसे झगड़ों को रोकने और हालात पर काबू पाने के लिए जिम्मेदार जेल प्रशासन पर पहले भी अंगुलियां उठ चुकी हैं. पिछले महीने ही यहां कैदियों से मोबाइल बरामद हुए हैं. यहीं से सरगना मनीष सैनी अपनी गैंग चलाया करता था.
जनवरी, 2019 में जयपुर सेंट्रल जेल में बैठकर मोबाइल फोन के जरिए गैंग चलाने का यह खुलासा हुआ था. इसके बाद जब जेल में सर्च अभियान चलाया गया तो गैंग के सरगना मनीष सैनी के कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए. जेल प्रहरी बाबूलाल की ओर से तब लालकोठी थाने में मुकदमा दर्ज भी दर्ज कराया गया.
जिस सरगना मनीष सैनी से मोबाइल बरामद हुए थे उस पर गगन पंडित गैंग के साथी रुपा मीणा को मारने की साजिश रची थी. सैनी ने जेल से ही मोबाइल के जरिए हरियाणा जेल में बंद क्रांति गैंग के बदमाश मनीष भंडारी से संपर्क किया थ और उसे रुपा मीणा की हत्या के लिए दो शूटर भेजने को कहा था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मनीष भंडारी ने दो शूटर्स को रैकी करने जयपुर भेजा और रुपा मीणा की गतिविधियों की रैकी भी की. हालांकि इसी बीच जब भरतपुर से मनीष सैनी की गैंग को हथियार डिलीवर हुए तो जयपुर पुलिस को भनक लग गई. पुलिस ने दबिश देकर नागरिक नगर, टोंक रोड स्थित एक मकान से मनीष सैनी के गिरोह में शामिल तीन बदमाशों को तीन पिस्टल, एक देशी कट्टा, तीन लेपटॉप व 45 जिंदा कारतूसों के साथ पकड़ लिया था.
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FIRST PUBLISHED : February 20, 2019, 20:17 IST