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अंगदान-महादान: सीकर के कजोड़मल ने दी 4 लोगों को नई जिंदगी, हार्ट को भेजा गया दिल्ली

Jaipur News: डॉक्टरों का समझाइश से परिजन अंगदान को राजी

Jaipur News: डॉक्टरों का समझाइश से परिजन अंगदान को राजी

Jaipur News: राजस्थान में बीते वर्षों में अंगदान का सिलसिला काफी तेज हुआ है. ब्रेन डेड होने वाले मरीजों के परिजन भी अब ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

अंगदान करने वालों की संख्या बढ़े तो इसका फायदा कई रोगियों को मिलेगा
डॉक्टस की समझाइश के बाद किडनी एसएमएस में ही दो मरीजों को ट्रांसप्लांट की गई

जयपुर. कोरोना काल में रुके ऑर्गन डोनेशन (Organ Donation) के केस फिर से गति पकड़ने लगे हैं. सोमवार को खंडेला निवासी एक व्यक्ति ने चार लोगों को नई जिंदगी (New Life) दी है. सड़क दुर्घटना में घायल कजोड़मल को एसएमएस (SMS Hospital) लाया गया था. डॉक्टर्स काफी प्रयासों के बाद भी उसे बचाने में असफल रहे. डॉक्टर्स ने उनके परिजनों (Relatives) को समझाया कि अंगदान से कई लोगों की जिंदगी बच सकती है तो वे आर्गन डोनेशन के लिए सहमत हो गए. डॉक्टर्स इसके बाद ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन के काम में जुट गए. लंबी चली प्रक्रिया में दो किडनी एसएमएस और अन्य अंग निजी अस्पतालों को भेजे गए.

सीकर के खंडेला निवासी 46 वर्षीय कजोड़मल हादसे में गंभीर घायल होने के बाद खुद तो नहीं बच पाए, लेकिन इस दुनिया से जाने के बाद उन्होंने 4 लोगों को नई जिंदगी दी है. कजोड़मल के ब्रेन डेड होने के बाद उनके परिजनों ने उनके अंग दान करने का निर्णय लिया और कजोड़मल की दोनों किडनी, लीवर और हार्ट जरूरतमंद मरीज को लगाए जा रहे हैं. सड़क हादसे में घायल हो जाने के बाद कजोड़मल को 27 दिसंबर को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.

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डॉक्टर्स की समझाइश से परिजन अंगदान को हुए राजी
कजोड़मल के अंगदान के कारण 4 लोगों को नई जिंदगी मिल सकेगी. कजोड़मल एक जनवरी को ब्रेन डेड हुए तो अस्पताल अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा, न्यूरो सर्जन डॉ. देवेंद्र पुरोहित, डॉ. चित्रा सिंह आदि ने कजोड़मल के परिजनों से समझाइश की. दो जनवरी को किडनी एसएमएस में ही दो जनों को ट्रांसप्लांट की गई. जबकि लीवर महात्मा गांधी अस्पताल में प्रत्यारोपित किया जा रहा है. इसके अलावा कजोड़मल का हार्ट दिल्ली के मेदांता अस्पताल भेजा गया है. एसएमएस में डॉक्टर शिवम प्रियदर्शी के नेतृत्व में हुए कैडेबर ट्रांसप्लांट में डॉ. नचिकेत, नीरज अग्रवाल, गोविंद शर्मा, सोमेंद्र बंसल, वर्षा कोठारी, अजयराज हाड़ा व सिद्धार्थ शर्मा का सहयोग रहा.

हार्ट दिल्ली भेजा गया है
लीवर निजी अस्पताल को और हार्ट दिल्ली भेजा गया है. राजस्थान में ही तीन लाख से अधिक ऐसे हार्ट रोगी और 5 लाख से अधिक लिवर के रोगी हैं, जिन्हें ट्रांसप्लांट की जरूरत है. लेकिन सामने आया कि यहां रजिस्ट्रेशन की संख्या कम होने से डोनर के ऑर्गन का एचएलए मैच नहीं हो पाता और देश के जिस भी व्यक्ति से मैच होता है, आर्गन वहीं भेजा जाता है. यदि राजस्थान के जरुरतमंद लोग रजिस्ट्रेशन कराएं तो डोनर का एचएलए मैच हो सकेगा.

Tags: Accident, Jaipur news, Organ transplant, Rajasthan news in hindi, Sikar news, SMS Hospital

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