लॉकडाउन (Lockdown) ने मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया है. दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की हालात तो और भी ज्यादा खराब हो रही है. राजस्थान (Rajasthan) के हजारों मजदूर अलग अलग राज्यों (Other states) में फंसे हुए हैं. करौली जिले के भी करीब 1 हजार से ज्यादा मजदूर 4 राज्यों में फंसे हुए हैं. उन्हें रोजी-रोटी के बड़े संकट का सामना करना पड़ रहा है. इन मजदूरों को उचित और तत्काल संरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेशचंद मीना ने चारों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है.
रमेश मीना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानी स्वामी को अलग-अलग पत्र भेजकर करौली जिले के मजदूरों को
दिए जाने की मांग की है. खाद्य मंत्री ने लिखा है कि महाराष्ट्र के चन्द्रपुर, सांगली, पूणे, मुंबई, केरल के मल्लपुरम, पलक्काड़, कासरगोड़, तमिलनाडू के चेन्नई, कोयम्बटूर और कर्नाटक के कई शहरों में करौली जिले के मजदूर फंसे हुए हैं. चारों राज्यों में फंसे मजदूरों की संख्या एक हजार से भी ज्यादा है. बताया गया है कि बीते 21 दिनों के लॉकडाउन में मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. अब लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिए जाने से मजदूरों की मुसीबतें और अधिक बढ़ गई हैं.
खाद्य मंत्री ने चारों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को मजदूरों के नाम पते और मोबाइल नंबर सूची के साथ भेजकर मांग की है कि करौली जिले के मजदूरों को पर्याप्त खाद्य सामग्री, भोजन, ठहरने का उचित स्थान और संरक्षण दिया जाए ताकि लॉकडाउन में उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े. उल्लेखनीय है कि अन्य राज्यों में करीब 1 हजार से ज्यादा मजदूर तो महज करौली जिले के फंसे हुए हैं. अगर प्रदेशभर के मजदूरों का आंकड़ा देखें तो यह कई हजारों में है.
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FIRST PUBLISHED : April 15, 2020, 11:26 IST