मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के बार-बार आग्रह पर आखिरकार मोदी सरकार (Central government) ने प्रदेश में टिड्डी प्रभावित (Locust affected) जिलों की रिपोर्ट लेने के लिए केंद्रीय अध्ययन दल (Central study team) को भेज दिया है. अध्ययन दल में शामिल वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों ने सोमवार को राजधानी जयपुर में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता (CS DB Gupta)के साथ अहम बैठक की और पूरी टिड्डी टेरर की पूरी जानकारी ली. इस दौरान टिड्डी नियंत्रण के लिए राज्य सरकार की ओर से 200 करोड़ रुपयों की सहायता (Help) उपलब्ध कराने की मांग की गई.
की अध्यक्षता में केंद्रीय अध्ययन दल की राज्य सरकार के कृषि सहित अन्य विभागों के साथ बैठक हुई. इसमें टिड्डी से फसलों में हुए खराबे एवं टिड्डी की रोकथाम के लिए किये गये प्रयासों की जानकारी तथा
से फीडबैक लिया गया. बैठक में राज्य सरकार की ओर से मुख़्य सचिव ने केन्द्र सरकार से 200 करोड़ रुपये की शीघ्र सहायता राशि दिलवाये जाने का आग्रह किया. टिड्डी प्रभावित जिलों में रबी की फसलों में हुए खराबे का जायजा लेने के लिए केंन्द्रीय अध्ययन दल तीन चरणों में 18 फरवरी से बीकानेर और जोधपुर संभाग का दौरा करेगा.
केंद्रीय अध्ययन दल 18 फरवरी को जोधपुर, बाड़मेर, बीकानेर और 19 फरवरी को जैसलमेर, जालोर व श्रीगंगानगर जिलों के जिला कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे. उसके बाद टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का जायजा लेंगे. केन्द्रीय अध्ययन दल टिड्डी प्रभावित जिलों का दो दिनों तक जायजा लेने के बाद 20 फरवरी को जोधपुर में बैठक आयोजित करेगा. जोधपुर में बैठक करने के बाद दिल्ली लौट जाएगा. उल्लेखनीय है कि इस बार टिड्डियों ने पश्चिम राजस्थान में जमकर आतंक मचाया है. टि्ड्डियों के कारण किसानों की करोड़ों रुपयों की फसल बर्बाद हो गई है.
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FIRST PUBLISHED : February 17, 2020, 18:08 IST