लोकसभा चुनाव 2019: राजस्थान में दो चरणों में होंगे चुनाव, 29 अप्रेल और 6 मई को होगा मतदान
लोकसभा चुनाव 2019: राजस्थान में दो चरणों में होंगे चुनाव, 29 अप्रेल और 6 मई को होगा मतदान
लोकसभा चुनाव-2019
लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. चुनाव आयोग ने रविवार शाम को प्रेसवार्ता कर लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया. राजस्थान में चुनाव दो चरणों में होंगे. प्रदेश में 29 अप्रेल को 13 सीटों और 6 मई को 12 सीटों पर मतदान होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी.
लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. चुनाव आयोग ने रविवार शाम को प्रेसवार्ता कर लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि देशभर में सात चरणों में चुनाव में होंगे. पहले चरण के लिए मतदान 11 अप्रेल को होगा. चुनावों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. राजस्थान में दो चरणों में चुनाव होंगे.
मुख्य चुनाव आयुक्त अरोड़ा ने बताया कि देशभर में 7 चरणों में मतदान होगा. मतदान का पहला चरण 11 अप्रैल, दूसरा 18 अप्रैल, तीसरा 23 अप्रैल, चौथा 29 अप्रैल, पांचवां 6 मई, छठा 12 मई और सातवां चरण 19 मई को होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी.
राजस्थान में दो चरणों में चुनाव
राजस्थान में चुनाव चौथे चरण से शुरू होंगे. चौथे चरण में 29 अप्रेल को राजस्थान में 13 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा. उसके बाद छठे चरण में 6 मई को राजस्थान में शेष 12 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा.
प्रदेश में 25 लोकसभा सीटें हैं
प्रदेश में 25 लोकसभा सीटें हैं. गत लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने प्रदेश की सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी. लेकिन अजमेर और अलवर के तत्कालीन सांसदों के निधन के कारण वहां गत वर्ष उपचुनाव हुए थे. इन उपचुनावों में ये दोनों सीटें बीजेपी के हाथ से निकल गई थी और उन पर कांग्रेस काबिज हो गई थी.
दो सीटें अभी खाली हैं
उसके बाद हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में फिर से दो लोकसभा सीटें खाली हो गईं. इनमें अजमेर से कांग्रेस के सिंबल पर लोकसभा का उपचुनाव जीतने वाले डॉ. रघु शर्मा और बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले दौसा के सांसद हरीश मीणा ने विधानसभा चुनाव लड़ा था. ये दोनों चुनाव जीत गए थे, लिहाजा ये सीटें अभी खाली है. वर्तमान में बीजेपी के पास 22 और कांग्रेस के पास एक लोकसभा सीट है.
कुल 25 में से 7 सीटें आरक्षित हैं
प्रदेश की इन 25 सीटों में से 7 सीटें अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के आरक्षित हैं. इनमें बीकानेर, श्रीगंगानगर, भरतपुर और करौली-धौलपुर लोकसभा सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है. वहीं उदयपुर, बांसवाड़ा और दौसा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है.