और उनके प्रत्याशियों की धड़कनें बढ़ा दी हैं. राज्य में
मतदान हुआ है. लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में प्रदेश में
हुआ है. भीषण गर्मी में भी मतदाता घर से बाहर निकले और लोकतंत्र के प्रति अपना फर्ज निभाया.
प्रदेश में 1998 और 2014 के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में 60 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है. प्रथम चरण की 13 सीटों के लिए हुए मतदान में कुल 115 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है. 1998 में 60 फीसदी से अधिक मतदान होने पर कांग्रेस ने 25 में से 18 सीटें जीती थी. जबकि 2014 में 60 फीसदी से अधिक मतदान होने पर सभी 25 सीटें बीजेपी ने जीती थी. प्रदेश में 1977 और 1984 में भी 60 फीसदी से कम मतदान हुआ था. प्रदेश में बढ़े हुए मतदान ने राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की धड़कनें बढ़ा दी है.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में सोमवार को हुए लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में 13 सीटों के वोट डाले गए थे. इसमें इन क्षेत्रों के 67.78 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. इस बार प्रथम चरण में गत बार के मुकाबले करीब 2.93 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ है. इससे जहां निर्वाचन विभाग जबर्दस्त तरीके से उत्साहित है, वहीं राजनीतिक दलों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं. जीत का सेहरा किसके सिर पर बंधेगा? इसके लिए 23 मई तक इंतजार करना होगा.
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FIRST PUBLISHED : April 30, 2019, 09:24 IST