जयपुर: जनता के नौकर खुद को मालिक समझने लग गए थे, इसका कांग्रेस को चुनावों में नुकसान हुआ- विधायक लोढ़ा

संयम लोढ़ा ने पिछले दिनों पाली में ब्यूरोक्रेसी के खराब बर्ताव को लेकर ट्वीट करके भी अफसरों को निशाने पर लिया था.
पंचायती राज चुनाव परिणामों (Panchayati Raj Election Results) में पाली में कांग्रेस की हार के पीछे पार्टी के समर्थित विधायक संयम लोढ़ा ने ब्यूराक्रेसी (Bureaucracy) को जिम्मेदार बताया है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: December 15, 2020, 6:53 AM IST
जयपुर. पंचायती राज चुनावों (Panchayati Raj Election) में कांग्रेस की हार के बाद अब उसके कारणों पर अलग-अलग से तरीके मंथन हो रहा है. कोई हार के लिये संगठन के अभाव (Lack of organization) को जिम्मेदार बता रहा है तो कोई ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) को दोष दे रहा है. पार्टी में हार के कारणों की खोज चल रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस समर्थित सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा (Sanyam Lodha) ने पाली में पंचायतीराज चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के पीछे वहां के अफसरों के अंहकारपूर्ण व्यवहार को जिम्मेदार ठहराते हुए एक बार फिर ब्यूरोक्रेसी पर हमला बोला है.
संयम लोढ़ा ने पाली के अफसरों को लेकर कहा कि ब्यूरोक्रेसी का नागरिकों के प्रति एटीट्यूड ठीक नहीं होता है. उनमें एरोगेंस का भाव होता है. हम सब जनता के नौकर हैं. लेकिन जब खुद को चाकर नहीं समझकर मालिक समझने लग जाएं तो फिर उसका नुकसान सत्तारूढ़ पार्टी को होता है. लोढ़ा ने कहा कि उन्होंने जो बात कही थी पाली में उसी के अनुसार पंचायतीराज के नतीजे आए हैं. लोढ़ा ने राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी के रवैये पर कहा कि हालांकि वे पूरे राजस्थान में नहीं गये, लेकिन पाली के बारे में कह सकते हैं कि वहां की कई तहसीलों के लोगों ने ब्यूरोक्रेसी के बर्ताव पर शिकायत की थी. बकौल लोढ़ा उन्होंने सीएम से मिलकर वे सारी बातें उन्हें प्रमाण सहित बताई हैं. अब उन पर फैसला सीएम लेंगे.
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ट्वीट करके भी अफसरों को निशाने पर लिया था
संयम लोढ़ा ने पिछले दिनों पाली में ब्यूरोक्रेसी के खराब बर्ताव को लेकर ट्वीट करके भी अफसरों को निशाने पर लिया था. संयम लोढा ने सीएम से इस मुद्दे पर मुलाकात भी की थी. संयम लोढ़ा के मुद्दा उठाए जाने के बाद सरकार ने थ्री टीयर जनसुनवाई का तंत्र विकसित करने के लिए कैबिनेट सब कमेटी का पुनर्गठन किया है. उल्लेखनीय है कि पंचायती राज चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. इन चुनावों में विपक्षी पार्टी बीजेपी ने कांग्रेस के दबदबे वाले ग्रामीण इलाकों में बेहतर प्रदर्शन किया है.
संयम लोढ़ा ने पाली के अफसरों को लेकर कहा कि ब्यूरोक्रेसी का नागरिकों के प्रति एटीट्यूड ठीक नहीं होता है. उनमें एरोगेंस का भाव होता है. हम सब जनता के नौकर हैं. लेकिन जब खुद को चाकर नहीं समझकर मालिक समझने लग जाएं तो फिर उसका नुकसान सत्तारूढ़ पार्टी को होता है. लोढ़ा ने कहा कि उन्होंने जो बात कही थी पाली में उसी के अनुसार पंचायतीराज के नतीजे आए हैं. लोढ़ा ने राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी के रवैये पर कहा कि हालांकि वे पूरे राजस्थान में नहीं गये, लेकिन पाली के बारे में कह सकते हैं कि वहां की कई तहसीलों के लोगों ने ब्यूरोक्रेसी के बर्ताव पर शिकायत की थी. बकौल लोढ़ा उन्होंने सीएम से मिलकर वे सारी बातें उन्हें प्रमाण सहित बताई हैं. अब उन पर फैसला सीएम लेंगे.
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संयम लोढ़ा ने पिछले दिनों पाली में ब्यूरोक्रेसी के खराब बर्ताव को लेकर ट्वीट करके भी अफसरों को निशाने पर लिया था. संयम लोढा ने सीएम से इस मुद्दे पर मुलाकात भी की थी. संयम लोढ़ा के मुद्दा उठाए जाने के बाद सरकार ने थ्री टीयर जनसुनवाई का तंत्र विकसित करने के लिए कैबिनेट सब कमेटी का पुनर्गठन किया है. उल्लेखनीय है कि पंचायती राज चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. इन चुनावों में विपक्षी पार्टी बीजेपी ने कांग्रेस के दबदबे वाले ग्रामीण इलाकों में बेहतर प्रदर्शन किया है.