असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की एआईएमआईएम (AIMIM) और बीटीपी (BTP) के गठबंधन की अटकलों पर प्रदेश में गरमाया हुआ सियासत का पारा ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. ओवैसी और बीटीपी नेता छोटूभाई वसावा के एक दूसरे का साथ देने के ट्वीट्स के बाद ओवैसी का राजस्थान में पार्टी लॉन्च करना तय माना जा रहा है. ओवैसी के आने से सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस (Congress) को होगा. ओवैसी-बीटीपी गठबंधन के सवाल पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) ने तंज कसते हुये कहा है कि ओवैसी किसी भी पार्टी की कढ़ी बिगाड़ने के लिये आते हैं. वे आते नहीं बल्कि भेजा जाता है.
बोले पूरा देश जानता है कि ओवैसी जी को कौन कहां-कहां पर भेजता है. वह स्वयं अपनी सरकार बनाने के लिए कहीं नहीं जाते सिर्फ किसी एक पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए जगह-जगह चुनाव लड़ने जाते हैं लेकिन राजस्थान में यह राजनीति नहीं चलेगी. डोटासरा ने कहा कि आजादी के बाद के सात दशकों में राजस्थान में कभी भी सांप्रदायिक विचारधारा के आधार पर चुनाव नहीं लड़ा गया. आज भी यहां 36 कौमें एक साथ रहती हैं. बकौल डोटासरा जनता और सभी राजनीतिक पार्टियों से यह कहना चाहूंगा कि जिस प्रजातांत्रिक प्रणाली को कांग्रेस ने दशकों में स्थापित किया है उसी के तहत चुनाव लड़ने की परंपरा का पालन किया जाना चाहिए और हम सभी को उसे कायम रखना चाहिए.
डोटासरा ने निकाय चुनाव परिणामों पर कहा कि बीजेपी तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है. हमने रणनीति के तहत बहुत सी जगह निर्दलीय उतारे. इस वजह से निर्दलीय ज्यादा जीते हैं. डोटासरा ने दावा किया कि कांग्रेस 40 से अधिक स्थानों पर अपना बोर्ड बनाने में सफल रहेगी. निर्दलीय ज्यादा जीते हैं वे भी हमारे ही हैं. सत्ताधारी पार्टी होने के नाते लगभग हर दूसरा उम्मीदवार पार्टी के टिकट के लिए आशान्वित रहता है. ऐसा ना होने पर वह निर्दलीय चुनाव लड़ता है. इसलिए भी निर्दलीय ज्यादा हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 15, 2020, 16:21 IST