विधानसभा में विपक्ष और विरोधियों को पायलट का जबाव, कहा- मैं अकेला ही सब पर भारी

उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट। फाइल फोटो।
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तनाव का असर मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में भी साफ दिखाई दिया. सदन में मंगलवार को पायलट अकेले विपक्ष से जूझते नजर आए.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: July 24, 2019, 1:35 PM IST
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तनाव का असर मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में भी साफ दिखाई दिया. सदन में मंगलवार को पायलट अकेले विपक्ष से जूझते नजर आए. जिस वक्त सचिन पायलट को बजट अनुदान मांगों पर बहस के दौरान जबाब देना था, उस समय उनके समर्थक मंत्री परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को छोड़कर पूरी गहलोत सरकार गायब हो गई.
सत्ता पक्ष के बहुत कम विधायक मौजूद थे
यहां तक कि सत्ता पक्ष के विधायकों की भी सदन में मौजूदगी उस वक्त महज तीस फीसदी से कम थी. जबकि अमूमन मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री सदन में होते और उन्हें जबाब देना होता है तब सभी मंत्री और विधायक मौजूद रहते हैं. सत्ता पक्ष की ये तस्वीर देखकर विपक्ष ने पायलट पर जमकर तंज कसे. बीजेपी के कई विधायकों ने तो विधानसभा अध्यक्ष से ये व्यवस्था देने को कहा कि सचिन पायलट के जबाब के वक्त सत्ता पक्ष मौजूद रहे.
उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कसा तंजइस दौरान विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने तंज कसा कि कांग्रेस ने पायलट को अकेले छोड़ दिया. राठौड़ ने पायलट को ऑफर दे डाला कि अगर सत्ता पक्ष यानी कांग्रेस आपका साथ नहीं दे रही है तो विपक्ष देने को तैयार है. इस दौरान सचिन पायलट ने विपक्ष के साथ पार्टी में अपने विरोधियों को जबाब देते हुए कहा वे अकेले ही सब पर भारी पड़ेंगे.
पायलट को बजट के बाद से ही उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है
सचिन पायलट को उपेक्षा का सामना तब से करना पड़ रहा है जब बजट पेश करने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट का नाम लिए बिना उन पर हमला किया और कहा कि जिन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनना था वे भी मुख्यमंत्री की रेस में थे. उस समय गहलोत ने मिडिया से बात करते हुए कहा था कि वे मुख्यमंत्री इसलिए है कि जनता की पसंद अकेले गहलोत यानी वे ही थे और कोई नहीं. गहलोत ने कहा था कि हर गांव ढ़ाणी से आवाज आ रही थी कि सीएम गहलोत ही बने और कोई नहीं. इसी वजह से राहुल गांधी ने उन्हें सीएम बनाया है.
गहलोत ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- पूरा देश देख रहा है
गहलोत सरकार ने पुलिस महकमे के लिए खोला सौगातों का पिटारा
सत्ता पक्ष के बहुत कम विधायक मौजूद थे
यहां तक कि सत्ता पक्ष के विधायकों की भी सदन में मौजूदगी उस वक्त महज तीस फीसदी से कम थी. जबकि अमूमन मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री सदन में होते और उन्हें जबाब देना होता है तब सभी मंत्री और विधायक मौजूद रहते हैं. सत्ता पक्ष की ये तस्वीर देखकर विपक्ष ने पायलट पर जमकर तंज कसे. बीजेपी के कई विधायकों ने तो विधानसभा अध्यक्ष से ये व्यवस्था देने को कहा कि सचिन पायलट के जबाब के वक्त सत्ता पक्ष मौजूद रहे.
उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कसा तंजइस दौरान विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने तंज कसा कि कांग्रेस ने पायलट को अकेले छोड़ दिया. राठौड़ ने पायलट को ऑफर दे डाला कि अगर सत्ता पक्ष यानी कांग्रेस आपका साथ नहीं दे रही है तो विपक्ष देने को तैयार है. इस दौरान सचिन पायलट ने विपक्ष के साथ पार्टी में अपने विरोधियों को जबाब देते हुए कहा वे अकेले ही सब पर भारी पड़ेंगे.
पायलट को बजट के बाद से ही उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है
सचिन पायलट को उपेक्षा का सामना तब से करना पड़ रहा है जब बजट पेश करने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट का नाम लिए बिना उन पर हमला किया और कहा कि जिन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनना था वे भी मुख्यमंत्री की रेस में थे. उस समय गहलोत ने मिडिया से बात करते हुए कहा था कि वे मुख्यमंत्री इसलिए है कि जनता की पसंद अकेले गहलोत यानी वे ही थे और कोई नहीं. गहलोत ने कहा था कि हर गांव ढ़ाणी से आवाज आ रही थी कि सीएम गहलोत ही बने और कोई नहीं. इसी वजह से राहुल गांधी ने उन्हें सीएम बनाया है.
गहलोत ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- पूरा देश देख रहा है
गहलोत सरकार ने पुलिस महकमे के लिए खोला सौगातों का पिटारा