पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर और जालोर समेत हाड़ोती संभाग के बूंदी इलाके में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को बेजा नुकसान हुआ है.
जयपुर. राजस्थान में पिछले दिनों हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि (Rain and Hailstorm) ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. किसानों की करोड़ों रुपये की फसलें खराब हो चुकी है. राजस्थान सरकार ने बीते गुरुवार को ही जिला कलेक्टर्स को विशेष गिरदावरी करने के निर्देश दे दिए हैं. इस गिरदावरी रिपोर्ट के बाद किसानों की फसलों में हुए नुकसान के सही आंकड़े सामने आएंगे. गिरदावरी के आधार पर किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) के तहत नुकसान का मुआवजा दिया जाता है.
कृषि विभाग ने बारिश और ओलावृष्टि से फसल खराब होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बीमा कंपनियों के नंबर जारी किए हैं. इसके अनुसार बारां, धौलपुर, हनुमानगढ़, बाड़मेर, झुन्झुनू, करौली एवं उदयपुर जिले के किसान एग्रीकल्चर इन्श्योरेन्स कंपनी ऑफ इण्डिया लिमिटेड के टोल फ्री नंबर 18004196116 पर सूचना दे सकते हैं. इसी प्रकार चूरू, भीलवाड़ा, राजसमन्द, दौसा, झालावाड़, श्रीगंगानगर एवं अलवर जिले के किसान एसबीआई जनरल इन्श्योरेन्स कंपनी लिमिटेड के टोल फ्री नंबर 18002091111 पर फसल खराबी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं. किसान फसल खराब होने की अपनी सूचना 72 घंटों के भीतर दे सकते हैं.
राजस्थान में कल से फिर बिगड़ेगा मौसम: बारिश और ओलावृष्टि के आसार, किसान सतर्क रहें, ये ऐहतियात बरतें
किसान लगातार मुआवजे की मांग कर रहे हैं
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद होने के बाद किसान लगातार मुआवजे की मांग कर रहे हैं. बिगड़े मौसम के कारण पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर और जालोर समेत हाड़ोती संभाग के बूंदी इलाके में बेजा नुकसान हुआ है. वहीं पूर्वी राजस्थान में भरतपुर और उसके आसपास के इलाकों में फसलों में काफी खराबा हुआ है. फसलों में हुए नुकसान के बाद किसान खून के आंसू रोने को मजबूर हो गए हैं.
राजस्थान: तेज हुआ जिलों का संग्राम, 5वें दिन भी हाईवे जाम, तस्वीरों में देखें आर पार की लड़ाई
फसलें जमीन पर आड़ी गिर गई हैं
बारिश और ओलावृष्टि से फसलें जमीन पर आड़ी गिर गई हैं. कहीं-कहीं तो फसलें ओलों के नीचे दब गई है. वहीं कई जगह तेज हवा के कारण फसलों की नई कोंपलें टूट गई. ओलावृष्टि के बाद के हालात देखकर किसानों ने माथा पकड़ लिया. फसलों के बार-बार खराबे से किसान टूटने के कगार पर आ गए हैं. किसानों का कहना है कि राम तो रूठ गया है अब राज से आस है. यह दीगर बात है कि सरकार की ओर से मिलने वाले मुआवजा से किसानों के नुकसान की पूरी भरपाई होगी या नहीं.
.
Tags: Farmers, Insurance, Jaipur news, Rajasthan news