Rajasthan: यूथ कांग्रेस में 'राहुल गांधी मॉडल' की होगी विदाई, फिर से लागू होगा 'हाईब्रिड पैटर्न'

ब्लॉक से शुरुआत करके सब जगह आगे चलकर फिर से पुराना पैटर्न लागू कर दिया जाएगा. (Photo - PTI)
यूथ कांग्रेस (Youth Congress) में 'राहुल गांधी मॉडल' (Rahul Gandhi Model) की फेज मैनर में विदाई के साथ ही फिर से 'हाईब्रिड मॉडल' (Hybrid model) लागू करने की तैयारियां की जाने लगी हैं.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: December 17, 2020, 11:03 AM IST
जयपुर. यूथ कांग्रेस (Youth Congress) में पिछले एक दशक से चल रहे 'राहुल गांधी मॉडल' (Rahul Gandhi Model) में खामियां सामने आने के बाद अब इसमें बदलाव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. यूथ कांग्रेस में अब संगठन का 'हाईब्रिड मॉडल' (Hybrid model) अपनाया जाएगा. यूथ कांग्रेस में राहुल गांधी मॉडल के तहत पिछले 12 साल से संगठन में पदाधिकारियों के चुनाव हो रहे थे. बीच में 6 से 7 साल चुनाव में गैप भी रहा, लेकिन अब चुनाव के साथ पदाधिकारियों की नियुक्तियां करने के मॉडल पर भी काम शुरू कर दिया गया है.
यूथ कांग्रेस में हाईब्रिड मॉडल के तहत अब चुने हुए पदाधिकारियों के साथ नियुक्तियां भी की जाएंगी. यूथ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी डॉ. पलक वर्मा का कहना है कि राजस्थान यूथ कांग्रेस में 400 ब्लॉक अध्यक्षों की जल्द नियुक्ति होगी. यूथ कांग्रेस में चुनाव शुरू करने के बाद ब्लॉक अध्यक्ष का पद समाप्त हो गया था. अब 10 साल बाद फिर से ब्लॉक अध्यक्ष नियुक्त होंगे.
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यूथ कांग्रेस में राहुल मॉडल की विदाई शुरू
पायलट खेमे की बगावत के बाद गत 14 जुलाई को तत्कालीन यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और विधायक मुकेश भाकर को इस पद से बर्खास्त कर दिया गया था. भाकर की जगह विधायक गणेश घोघरा को संगठन की कमान सौंपी गई थी. तब से ही यूथ कांग्रेस में गैर निर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष के मॉडल की शुरुआत हो गई. राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि कांग्रेस में ज्यादातर नेता यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के संगठन के चुनाव करवाने के पक्ष में नहीं हैं. इन चुनावों में धनबल हावी रहने के कई उदाहरण मिल चुके हैं. वहीं चुनाव प्रक्रिया भी इस साल भारी विवादों में रही थी.
धीरे-धीरे फिर पुराना पैटर्न लागू कर दिया जाएगा
इस बार यूथ कांग्रेस के संगठन चुनाव के रिजल्ट में पहले सुमित भगासरा को जीता हुआ बताया गया. भगासरा कुछ महीने पद पर रहे थे. फिर कुछ महीनों बाद दोबारा रिजल्ट जारी किया गया और उसमें मुकेश भाकर को विजेता बताया गया. इस पूरी प्रक्रिया में चुनाव की विश्वसनीयता सवालों के दायरे में आ गई थी. बताया जा रहा है कि अब यूथ कांग्रेस में राहुल मॉडल की विदाई के प्लान पर धीरे धीरे काम शुरू हो गया है. प्रदेशाध्यक्ष नियुक्ति से बने हैं तो अब नीचे के पदाधिकारियों की भी नियुक्ति होगी. ब्लॉक से शुरुआत करके सब जगह आगे चलकर फिर पुराना पैटर्न लागू कर दिया जाएगा.
यूथ कांग्रेस में हाईब्रिड मॉडल के तहत अब चुने हुए पदाधिकारियों के साथ नियुक्तियां भी की जाएंगी. यूथ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी डॉ. पलक वर्मा का कहना है कि राजस्थान यूथ कांग्रेस में 400 ब्लॉक अध्यक्षों की जल्द नियुक्ति होगी. यूथ कांग्रेस में चुनाव शुरू करने के बाद ब्लॉक अध्यक्ष का पद समाप्त हो गया था. अब 10 साल बाद फिर से ब्लॉक अध्यक्ष नियुक्त होंगे.
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पायलट खेमे की बगावत के बाद गत 14 जुलाई को तत्कालीन यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और विधायक मुकेश भाकर को इस पद से बर्खास्त कर दिया गया था. भाकर की जगह विधायक गणेश घोघरा को संगठन की कमान सौंपी गई थी. तब से ही यूथ कांग्रेस में गैर निर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष के मॉडल की शुरुआत हो गई. राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि कांग्रेस में ज्यादातर नेता यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के संगठन के चुनाव करवाने के पक्ष में नहीं हैं. इन चुनावों में धनबल हावी रहने के कई उदाहरण मिल चुके हैं. वहीं चुनाव प्रक्रिया भी इस साल भारी विवादों में रही थी.
धीरे-धीरे फिर पुराना पैटर्न लागू कर दिया जाएगा
इस बार यूथ कांग्रेस के संगठन चुनाव के रिजल्ट में पहले सुमित भगासरा को जीता हुआ बताया गया. भगासरा कुछ महीने पद पर रहे थे. फिर कुछ महीनों बाद दोबारा रिजल्ट जारी किया गया और उसमें मुकेश भाकर को विजेता बताया गया. इस पूरी प्रक्रिया में चुनाव की विश्वसनीयता सवालों के दायरे में आ गई थी. बताया जा रहा है कि अब यूथ कांग्रेस में राहुल मॉडल की विदाई के प्लान पर धीरे धीरे काम शुरू हो गया है. प्रदेशाध्यक्ष नियुक्ति से बने हैं तो अब नीचे के पदाधिकारियों की भी नियुक्ति होगी. ब्लॉक से शुरुआत करके सब जगह आगे चलकर फिर पुराना पैटर्न लागू कर दिया जाएगा.