के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रणवीर सिंघानिया और संगठन के प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया पर हुए हमले के बाद सियासत तेज हो गई है.
ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कि उनपर हमला करवा कर यह साबित किया गया किसी भी प्रकार इस संगठन और इसके पदाधिकारियों को कमजोर किया जाए. यह भी आरोप लगाया कि
प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने कहा कि एनएसयूआई के सामने यह छात्रसंघ चुनाव एबीवीपी नहीं वसुंधरा राजे, सरकार लड़ रही है. कल हॉस्टल से यूनिवर्सिटी गेट तक आते समय असामाजिक तत्वों द्वारा हम पर हमला करवा कर यह साबित किया गया कि भी प्रकार इस संगठन और संगठन के पदाधिकारियों को कमजोर किया जाए.
एनएसयूआई प्रत्याशी और प्रदेशाध्यक्ष पर हमले के पूरे मामले को एबीवीपी ने ड्रामा करार दिया है. संगठन के प्रांत संगठन मंत्री अर्जुन तिवारी ने कहा है कि एनएसयूआई नहीं आरोपियों की गिरफ्कतारी की मांग नहीं कर रही है. सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध करवाने की भी कोई मांग नहीं हो रही है. इससे एनएसयूआई की मंशा पर सवाल उठे हैं. एनएसयूआई पदाधिकारियों को किसी तरह की चोट नहीं आई है कपड़ों पर खून की जगह लाल रंग लगा है. एनएसयूआई मेडिकल रिपोर्ट क्यों नहीं जारी कर रही? धरना देने की बजाय थाने का घेराव क्यों नहीं किया जा रहा? तिवारी ने कहा है कि एबीवीपी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपने जा रही है.
उधर, राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान से एक दिन पहले बुधवार रात जयपुर में एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष और राजस्थान यूनिवर्सिटी के
बढ़ा दी है. जयपुर पुलिस ने अपनी कमर कसते हुए विशेष टीमें बनाकर संदिग्ध लोगों पर भी निगरानी शुरू कर दी है. उधर, छात्रसंघ चुनाव में कोई बाहरी व्यक्ति आकर किसी भी तरह की अव्यवस्था ना उत्पन्न करें उसका भी विशेष ध्यान पुलिस के द्वारा रखा जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : August 30, 2018, 14:17 IST