अवैध हथियारों का बड़ा बाजार बना राजस्थान, UP और MP के बाद तीसरे नंबर पर पहुंचा

राजस्थान में इस वर्ष सितंबर माह तक 241 बड़ी बंदूक, 1082 पिस्टल-रिवॉल्वर और देशी कट्टे बरामद किए जा चुके हैं.
अवैध हथियारों (Illegal weapons) का गोरख धंधा करने वालों के लिए राजस्थान (Rajasthan) एक सॉफ्ट स्टेट (Soft state) बन चुका है. एनसीआरबी (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार देश (Country) में अवैध हथियारों को रखने वाला राजस्थान तीसरा बड़ा राज्य (Third major state) है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: November 11, 2019, 1:33 PM IST
जयपुर. अवैध हथियारों (Illegal weapons) का गोरख धंधा करने वालों के लिए राजस्थान (Rajasthan) एक सॉफ्ट स्टेट (Soft state) बन चुका है. एनसीआरबी (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार देश (Country) में अवैध हथियारों को रखने वाला राजस्थान तीसरा बड़ा राज्य (Third major state) है. राजस्थान में अवैध हथियारों की सप्लाई (Arms supply) बड़ी संख्या में होने लगी है. बदमाशों का खुलेआम और बाजारों में फायरिंग (Firing) की घटना को अंजाम देना इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि राजस्थान के बाजार में हथियार सब्जी की तरह (Like a vegetable) मिल रहे है. इतना सब कुछ होने के बाद भी पुलिस तस्करों (Smugglers) और हथियार बनाने वालों तक नहीं पहुंच पा रही है.
पिछले एक दशक से बढ़ा है अवैध हथियारों का चलन
राजस्थान में हथियार रखने का चलन पिछले एक दशक से और अधिक बढ़ा है. एटीएस की ओर से हाल ही में अवैध हथियारों के खिलाफ की गई कार्रवाई में भी सामने आया था कि जिन लोगों के पास अवैध हथियार हैं, उन्होंने उनको वैध करने के लिए जम्मू-कश्मीर से फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनवाए थे. वर्ष 2018 में 7,140 मामले अवैध हथियार को रखने और फर्जी लाइसेंस लेने के सामने आए थे. इस मामले में एटीएस ने जम्मू कश्मीर जाकर भी कार्रवाई की गई थी.
पुलिस सिर्फ हथियार पकड़ने तक सीमित हैवर्तमान वर्ष की बात की जाए तो सितंबर माह तक पूरे प्रदेश में अवैध हथियारों के 5,306 प्रकरण सामने आ चुके है. पुलिस अवैध हथियारों को पकड़ कर इतिश्री कर लेती है. हथियारों के दलालों और उन्हें सप्लाई करने वालों तक पुलिस ना तो पहुंचती है ना ही पहुंचने का प्रयास करती है. आज तक राजस्थान पुलिस ने हथियार सप्लाई करने वालों के खिलाफ दूसरे राज्यों में जाकर गिरफ्तार नहीं की है.

8 माह में 241 बड़ी बंदूक, 1082 पिस्टल-रिवॉल्वर और देशी कट्टे बरामदआंकड़ों पर नजर डाले तो उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के बाद राजस्थान में सबसे अधिक अवैध हथियार हैं. एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार देश में राजस्थान अवैध हथियारों को रखने वाला तीसरा बड़ा राज्य है. अवैध हथियार रखने के मामले में वर्तमान वर्ष में सितंबर माह तक राजस्थान में 5,082 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उनसे 241 बड़ी बंदूक, 1082 पिस्टल-रिवॉल्वर और देशी कट्टे बरामद किए गए हैं. एनसीआरबी के अनुसार इस वर्ष अवैध हथियारों के यूपी में 21809, मध्यप्रदेश में 10051 और राजस्थान में 5949 प्रकरण दर्ज हुए हैं.
दबंगई दिखाने के लिए सोशल मीडिया पर करते हैं प्रचार
यहां पर अब बड़ी संख्या में लोग दबंगई दिखाने के लिए अवैध हथियारों के साथ फोटो खिंचवाने और फायरिंग करने के वीडियो तक एफबी तथा वॉट्सअप पर डालने से भी नहीं हिचकिचाते हैं. ऐसे मामले आए दिन सामने आते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अलवर की भिवाड़ी पुलिस ने बाकायदा बड़ा अभियान भी चलाया है.
एडीजी क्राइम सोनी भी मानते हैं हथियारों की सप्लाई बढ़ी है
एडीजी क्राइम बीएल सोनी भी मानते हैं कि प्रदेश में अवैध हथियारों की सप्लाई बढ़ रही है. उनका कहना है कि पुलिस इसे लेकर समय-समय पर कार्रवाई भी कर रही है. यही कारण है कि पुलिस द्वारा बड़ी संख्या में अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है.
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पिछले एक दशक से बढ़ा है अवैध हथियारों का चलन
राजस्थान में हथियार रखने का चलन पिछले एक दशक से और अधिक बढ़ा है. एटीएस की ओर से हाल ही में अवैध हथियारों के खिलाफ की गई कार्रवाई में भी सामने आया था कि जिन लोगों के पास अवैध हथियार हैं, उन्होंने उनको वैध करने के लिए जम्मू-कश्मीर से फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनवाए थे. वर्ष 2018 में 7,140 मामले अवैध हथियार को रखने और फर्जी लाइसेंस लेने के सामने आए थे. इस मामले में एटीएस ने जम्मू कश्मीर जाकर भी कार्रवाई की गई थी.
पुलिस सिर्फ हथियार पकड़ने तक सीमित हैवर्तमान वर्ष की बात की जाए तो सितंबर माह तक पूरे प्रदेश में अवैध हथियारों के 5,306 प्रकरण सामने आ चुके है. पुलिस अवैध हथियारों को पकड़ कर इतिश्री कर लेती है. हथियारों के दलालों और उन्हें सप्लाई करने वालों तक पुलिस ना तो पहुंचती है ना ही पहुंचने का प्रयास करती है. आज तक राजस्थान पुलिस ने हथियार सप्लाई करने वालों के खिलाफ दूसरे राज्यों में जाकर गिरफ्तार नहीं की है.

फाइल फोटो
8 माह में 241 बड़ी बंदूक, 1082 पिस्टल-रिवॉल्वर और देशी कट्टे बरामदआंकड़ों पर नजर डाले तो उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के बाद राजस्थान में सबसे अधिक अवैध हथियार हैं. एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार देश में राजस्थान अवैध हथियारों को रखने वाला तीसरा बड़ा राज्य है. अवैध हथियार रखने के मामले में वर्तमान वर्ष में सितंबर माह तक राजस्थान में 5,082 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उनसे 241 बड़ी बंदूक, 1082 पिस्टल-रिवॉल्वर और देशी कट्टे बरामद किए गए हैं. एनसीआरबी के अनुसार इस वर्ष अवैध हथियारों के यूपी में 21809, मध्यप्रदेश में 10051 और राजस्थान में 5949 प्रकरण दर्ज हुए हैं.
दबंगई दिखाने के लिए सोशल मीडिया पर करते हैं प्रचार
यहां पर अब बड़ी संख्या में लोग दबंगई दिखाने के लिए अवैध हथियारों के साथ फोटो खिंचवाने और फायरिंग करने के वीडियो तक एफबी तथा वॉट्सअप पर डालने से भी नहीं हिचकिचाते हैं. ऐसे मामले आए दिन सामने आते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अलवर की भिवाड़ी पुलिस ने बाकायदा बड़ा अभियान भी चलाया है.
एडीजी क्राइम सोनी भी मानते हैं हथियारों की सप्लाई बढ़ी है
एडीजी क्राइम बीएल सोनी भी मानते हैं कि प्रदेश में अवैध हथियारों की सप्लाई बढ़ रही है. उनका कहना है कि पुलिस इसे लेकर समय-समय पर कार्रवाई भी कर रही है. यही कारण है कि पुलिस द्वारा बड़ी संख्या में अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है.
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First published: November 11, 2019, 12:56 PM IST