राजधानी जयपुर में 11 साल के एक बच्चे की हत्या
राज्य में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर चुनावी पेंच फंस गया है
कोरोना वैक्सीनेशन के बाद जयपुर में एक डॉक्टर की तबीयत बिगड़ गई
हेलीकॉप्टर राइडिंग की सुविधा भी विकसित की जा रही है
चंबल रिवर फ्रंट कोचिंग सिटी कोटा की काया पलट करने जा रहा है
पेट्रोल और डीजल के भावों में आज 27-27 पैसे की बढ़ोतरी हुई है
जयपुर में बन रहे इस अनोखे मंदिर में 108 कलात्मक मयूरों से सुसज्जित राधा-कृष्ण-बलराम और गौर-निताई की प्रतिमा रहेगी
राज्य सरकार के पास बहुत से मामलों में बरसों से अभियोजन की स्वीकृति अटकी हुई है
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले मे प्रियंका वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं
पहली से आठवीं तक ऑनलाइन क्लास
21 मार्च 2020 के बाद सोमवार से फिर से स्कूल की घंटी सुनाई देगी
प्रदेश करीब 1014 जिला परिषद और 6236 पंचायत समिति सदस्यों के वार्ड और स्थानीय निकाय चुनाव हुए हैं. इन सभी जगह पर चुनाव के चलते पार्टी की ओर से 13000 से ज्यादा पार्टी नेताओं को टिकटों का वितरण किया गया. इनमें से ज्यादातर के राजनीतिक नियुक्तियों की सूचियों में नाम थे. अब ये इन नियुक्तियों से बाहर हो जायेंगे. प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने जिला स्तरीय कमेटियों में कुल 30,000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जल्द राजनीतिक नियुक्ति देने की घोषणा की थी.
राज्य में सत्ता को लेकर हुए घमासान फिर पंचायत समिति जिला परिषद और नगर निकायों के चुनाव के कारण राजनीतिक नियुक्तियों में विलंब हो रहा है. ऐसे में अब नए सिरे से सूची तैयारी कराई जा रही है. लेकिन ये मशक्कत उन पार्टी नेताओं के लिए नुकसानदेय साबित होगी जो चुनाव में लड़ चुके हैं या फिर अन्य कोई लाभ ले पार्टी से चुके हैं. बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव टिकट लेने वाले सभी नेताओं को इस सूची से बाहर किया जा सकता है.
यह अहम कार्य होंगे
- साहित्य घाट पर तुलसीदास, प्रेमचंद और गालिब की रचनाएं प्रदर्शित की जायेगी तथा लाइब्रेरी भी बनायी जायेगी.
- हिस्ट्री पार्क में शक्ति और भक्ति की प्रतीक हाड़ा रानी और पन्नाधाय की कहानी प्रदर्शित की जायेगी.
- सिंह-घड़ियाल घाट पर 15 सिंह ओर 15 घड़ियाल के स्कल्पचर्स नजर आएंगे.
- महाराणा घाट पर मेवाड़, मारवाड़, शेखावाटी और हाड़ौती की झलक देखने को मिलेगी.
- छतरी घाट पर लाल पत्थर का बड़ा नंदी स्थापित होगा.
- म्यूजिकल घाट पर म्यूजिक आयोजन किये जा सकेंगे.
- बच्चों के लिए वाटर गेम जोन बनेगा. पेड़ों पर लाइटिंग की जायेगी.
- घंटाघर घाट पर दुनिया की सबसे बड़ी घंटी लगायी जायेगी. इसका व्यास 9.5 मीटर होगा. अभी सबसे बड़ी घंटी मास्कों में 8 मीटर व्यास की है.
- रिवर फ्रंट पर बहुत सी जगह म्यूजिकल फव्वारे एवं रोशनी का अनूठा डिजाइन नजर आएगा. यहां मनोरंजन के लिए कई प्रकार के निर्माण किये जायेंगे.
- जवाहर घाट पर जवाहर लाल नेहरू को समर्पित एक फ्रीडम टावर बनेगा. इसका डिजाइन एवं आकल्पन जयपुर के वरिष्ठ वास्तुकार अनूप बरतरिया हैं.
- चंबल रिवर फ्रंट के किनारे माता चर्मण्यवती की 40 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी.
- सुंदर हैंडीक्राफ्ट बाजार और खूबसूरत गार्डन विकसित होंगे.
- फूड कोर्ट में कई देशों के लजीज व्यंजन आने वालों को लुभाएंगे.
- चंबल रिवर फ़्रंट को भारत का सबसे ज्यादा आकर्षक बनाया जा रहा है. इसे देखने दुनिया के लोग यहां आएंगे.
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट के बारे में बताया कि कोटा को पर्यटन के मानचित्र पर उभारने के लिए कोटा बैराज से नयापुरा तक बनाया जाने वाला यह चंबल रिवर फ्रंट देश में अपनी तरह का अनूठा होगा. इससे कोटा पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा. इस पर 700 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं. इसमें कई प्रकार के चौक, घाट और राजस्थान शिल्प के आकर्षक आकृतियां बनाई जायेंगी. इसके साथ ही लोग हेलीकॉप्टर से कोटा दर्शन कर सकें इसके लिये हेलीकॉप्टर राइडिंग की सुविधा भी विकसित की जा रही है. इसके तहत ढाई दर्जन घाट भी बनाये जायेंगे.
जयपुर में बन रहे इस अनोखे मंदिर में 108 कलात्मक मयूरों से सुसज्जित राधा-कृष्ण-बलराम और गौर-निताई की प्रतिमा रहेगी. इसके समीप ही सीता-राम-लक्ष्मण और हनुमानजी का विग्रह रहेगा. राजस्थानी और आधुनिक शिल्पकला के अनूठे मेल वाला यह मंदिर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ज्ञान का केंद्र भी होगा.
सरकार के पास बहुत से मामलों में बरसों से अभियोजन की स्वीकृति अटकी हुई है. चालान पेश नहीं होने के कारण एसीबी इन अफसरों को अदालती कटघरे में खड़ा नहीं कर पा रही है. कार्मिक विभाग के पास मौजूदा समय में 5 RAS समेत बड़े अधिकारियों के 34 मामलों में अभियोजन की स्वीकृति के प्रस्ताव लंबित पड़े हैं. वहीं बड़े अधिकारियों के अलावा राजपत्रित समेत अन्य कार्मिकों के करीब ढाई सौ मामले कार्मिक विभाग में लंबित चल रहे हैं. इनमें भी बरसों बाद सरकार से मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं मिली है.
इस प्रार्थना पत्र पर आज को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी. सुनवाई के दौरान वाड्रा की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता केटीएस तुलसी और अधिवक्ता कुलदीप माथुर उनका पक्ष रखेंगे. वहीं ईडी की ओर से एएसी राजदीपक रस्तोगी तथा भानु प्रताप बोहरा पक्ष रखेंगे. ऐसे में यदि कोर्ट ईडी की अर्जी को स्वीकार कर लेता है तो वाड्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.