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राजस्थान: रोडवेज खारिज बसों से करवा रही यात्रा, जान माल का मंडराया खतरा, नियमों की उड़ाई धज्जियां

राजस्थान रोडवेज के लिए नई बसें की खरीद बीरबल की खिचड़ी बन गया है. हर बार नई बसों की नई तारीख दे दी जाती है लेकिन बसें आती नहीं हैं.

राजस्थान रोडवेज के लिए नई बसें की खरीद बीरबल की खिचड़ी बन गया है. हर बार नई बसों की नई तारीख दे दी जाती है लेकिन बसें आती नहीं हैं.

Rajasthan Roadways: राजस्थान रोडवेज फिर बदहाली की स्थिति में पहुंच गई है. रोडवेज की 1200 बसें दो दिन पहले 31 मार्च को न ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

राजस्थान रोडवेज के बेड़े में है करीब 3 हजार बसें
1200 बसें हटाते ही रोडवेज को कई रुटों पर बसें बंद करनी पड़ेगी
रोडवेज अब नियम विरुद्ध 1200 खटारा बसों को सड़कों पर दौड़ा रही है

जयपुर. अगर आप राजस्थान रोडवेज (Rajasthan Roadways) में यात्रा कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए काफी अहम है. राजस्थान रोडवेज अब अपने यात्रियों की जान जोखिम में डालकर यात्रा करवा रही है. राजस्थान रोडवेज के बेड़े की 1200 बसों की मियाद नियमों के अनुसार 31 मार्च को पूरी हो चुकी है. इन बसों को 31 मार्च को रिटायर होना था. नियमानुसार ये बसें अब खटारा बसों की श्रेणी में आ गई हैं। इन्हें रिप्लेस किया जाना है. लेकिन रोडवेज के पास अभी नए बसों की खरीद की कोई प्लानिंग नहीं है. लिहाजा वह खटारा हो चुकी बसों में ही यात्रियों को यात्रा करवा रही है.

राजस्थान रोडवेज निगम के पास सभी श्रेणी की मिलाकर करीब 3 हजार बसें हैं. इन 3 हजार बसों में से 1200 बसों की समय सीमा 31 मार्च को खत्म हो चुकी है. नियमों के मुताबिक ये 1200 बसें तय सीमा तक का सफर और समय पूरा कर चुकी है. नॉर्म्स के मुताबिक सभी डिपो पर मौजूद इन 1200 बसों को 31 मार्च को बाहर किया जाना था. इनकी जगह नई बसों को शामिल करना था. लेकिन रोडवेज विभाग ने इन 1200 बसों को बेड़े से बाहर नहीं किया है. कंडम और खारिज हो चुकी ये बसें आज भी प्रदेश की सड़कों पर दौड़ रही हैं.

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1800 बसें प्रदेश की जनता के लिए कम पड़ जाएंगी
विभाग के अधिकारी इस पर बोलने से हिचकिचा रहे हैं. वे कहते हैं कि अगर 1200 बसों को निकाल दिया तो बची हुई बसों पर काफी बोझ आ जाएगा. इसका नतीजा यह होगा कि बहुत से रूट्स पर बसों को बंद करना पड़ेगा. कुल मिलाकर कहा जाए तो बची हुई 1800 बसें प्रदेश की जनता के लिए कम पड़ जाएंगी और हाहाकार मच जाएगा. विभाग नई बसें खरीद नहीं रहा है. नई बसें खरीदना विभाग के लिए बीरबल की खिचड़ी बन गया है. हर बार नई बसों की नई तारीख दे दी जाती है लेकिन बसें नहीं आती.

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यात्रियों की जान खतरे में डाल रहा है निगम
सीएम अशोक गहलोत ने बजट में 1 हजार नई बसों की खरीद की घोषणा कर रखी है लेकिन वो बसें अब तक नहीं खरीदी गई. अब ऐसे हालात में जहां एक नई बस नहीं आ रही वहां एक साथ 1200 बसों को बाहर कर दिया जाएगा तो लाजिमी है कि यात्रियों में अफरा तफरी तो मच जाएगी. अब रोडवेज तकनीकी रूप से खारिज हो चुकी बसों का संचालन कर यात्रियों की जान खतरे में डाल रहा है. ये बसें अगर हादसों का शिकार होती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. इसका जवाब रोडवेज निगम के पास भी नहीं है.

Tags: Jaipur news, Rajasthan news, Rajasthan Roadways, Transport department

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