जयपुर में तीन चलती कारों में महिला के साथ गैंगरेप, वीडियो यूपी में वायरल, 3 गिरफ्तार

पीड़िता के वायरल हो रहे वीडियो को भी आईटी टीम की मदद से रुकवाया गया है...(प्रतीकात्मक तस्वीर)
यूपी में सोशल मीडिया पर चलती कार में महिला के साथ गैंगरेप का वीडियो वायरल जयपुर का है. घटना करीब 6 माह पहले की बताई जा रही है. तीन कारों में महिला को शिफ्ट करके दुष्कर्म किया गया. मारपीट की बात सामने आई है.
- News18Hindi
- Last Updated: March 8, 2021, 10:44 PM IST
जयपुर. यूपी में सोशल मीडिया पर चलती कार में एक महिला के साथ दुष्कर्म का वीडियो वायरल हुआ. पुलिस ने जांच की तो सामने आया की घटना जयपुर की है. पुलिस ने पीड़िता को जयपुर बुलाकर मुकदमा दर्जकर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. घटना करीब 6 माह पहले की बताई जा रही है जिसमे तीन कारों में महिला से दुष्कर्म और मारपीट की बात सामने आई है. वीडियो में एक महिला और पुरुष के साथ अन्य व्यक्तियों की आवाज आ रही थी. साथ ही एक व्यक्ति महिला की पिटाई भी कर रहा था. पुलिस को आवाज जयपुर क्षेत्र के लोगों से मिलती-जुलती लगी. घटना को गंभीरता से लिया गया और पुलिस ने शहर के चारों जिलों की थानों की टीमों को इस वीडियो में दिखाई दे रहे लोगों की पहचान के लिए लगाया. पीड़िता की पहचान यूपी निवासी महिला के रूप में हुई. पुलिस ने पीड़िता को जयपुर बुलाकर मानसरोवर थाने में मुकदमा दर्ज किया.
जयपुर एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया, "पीड़िता ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि 19 अक्टूबर 2020 को वह न्यू सांगानेर रोड़ स्थित साईं कृपा होटल में रुकी थी. इस दौरान महिला के जानकार संजू बंगाली ने उसे पैसों का लालच देकर एक लड़के के साथ भेज दिया. उस लड़के ने यश होटल के पास मांग्यावास में एक कार में बेठा लिया. कार में पहले से चार अन्य लोग सवार थे. कार सवार युवकों ने महिला का मोबाइल छीन लिया और महेन्द्रा सेज की ओर ले जाकर बलात्कार किया. इस दौरान कार में बैठे अन्य लोगों ने उसका वीडियो बना लिया. इस दौरान दो अन्य कार सवार युवक भी आए और दूसरी कार में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. मामले में करीब 12 लोगों को आरोपी माना जा रहा है जो कि युवती के साथ दुष्कर्म और मारपीट की घटना में शामिल थे."
पीड़िता ने बताया कि वह इन लागों में गुलाब और अभिषेक को पहचानती है. गुलाब ने पीड़िता को धमकी दी थी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो वीडियो वायरल करके उसे बदनाम कर देगा. 6 माह बीत जाने पर भी पीड़िता ने गैंगरेप के बारे में किसी को नहीं बताया
एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि मामले में शहर के चारों डीसीपी सहित करीब 10 आईपीएस और 40 सीआई की टीम बनायी गई. टीम में करीब 100 पुलिसकर्मी शामिल थे जो कि पीड़िता और आरोपी युवकों की तलाश कर रहे थे. रविवार सुबह जाकर पुलिस को महिला के उत्तर प्रदेश के हरदोई में रहने की जानकारी मिली. पुलिस ने युवती से संपर्क किया और उसे जयपुर बुलाया. रविवार रात को युवती ने मानसरोवर थाने में मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लखनऊ, इंदौर और जयपुर के कई इलाकों में दबिश देकर अभिषेक, मोंटी और संजू बंगाली को गिरफ्तार किया है.बताया जा रहा है ये गैंग अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का काम करती है. गैंग उत्तर प्रदेश निवासी एक युवक का भी वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रही थी. युवक को युवती का बनाया गया वीडियो भेजकर धमकी दी थी. उक्त युवक ने आरोपियों को सबक सिखाने के लिए उत्तर प्रदेश में वायरल कर दिया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाकर 161 सीआरपीसी के बयान करवा दिये हैं. पीड़िता के वायरल हो रहे वीडियों को भी आईटी टीम की मदद से रुकवाया गया है. पुलिस अब अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है.
जयपुर एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया, "पीड़िता ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि 19 अक्टूबर 2020 को वह न्यू सांगानेर रोड़ स्थित साईं कृपा होटल में रुकी थी. इस दौरान महिला के जानकार संजू बंगाली ने उसे पैसों का लालच देकर एक लड़के के साथ भेज दिया. उस लड़के ने यश होटल के पास मांग्यावास में एक कार में बेठा लिया. कार में पहले से चार अन्य लोग सवार थे. कार सवार युवकों ने महिला का मोबाइल छीन लिया और महेन्द्रा सेज की ओर ले जाकर बलात्कार किया. इस दौरान कार में बैठे अन्य लोगों ने उसका वीडियो बना लिया. इस दौरान दो अन्य कार सवार युवक भी आए और दूसरी कार में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. मामले में करीब 12 लोगों को आरोपी माना जा रहा है जो कि युवती के साथ दुष्कर्म और मारपीट की घटना में शामिल थे."
पीड़िता ने बताया कि वह इन लागों में गुलाब और अभिषेक को पहचानती है. गुलाब ने पीड़िता को धमकी दी थी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो वीडियो वायरल करके उसे बदनाम कर देगा. 6 माह बीत जाने पर भी पीड़िता ने गैंगरेप के बारे में किसी को नहीं बताया
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाकर 161 सीआरपीसी के बयान करवा दिये हैं. पीड़िता के वायरल हो रहे वीडियों को भी आईटी टीम की मदद से रुकवाया गया है. पुलिस अब अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है.