छात्रसंघ चुनाव (Students' Union Election-2019) में राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University) में बागियों ने एनएसयूआई (NSUI) और एबीवीपी (ABVP) के पसीने छुड़ा दिए हैं. बगावत को लेकर एबीवीपी एनएसयूआई के मुकाबले कुछ राहत में है. एनएसयूआई में अध्यक्ष पद पर बगावत जारी है. एनएसयूआई में अध्यक्ष पद पर दो बागी संगठन के प्रत्याशी को चुनौती दे रहे हैं. जबकि एबीवीपी में महासचिव पद पर बागी प्रत्याशी ने मुश्किलें खड़ी कर दी है.
और एबीवीपी ने बागियों को मनाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वे इसमें पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए. एबीवीपी के पैनल में अध्यक्ष पद पर अमित बड़बड़वाल, महासचिव के लिए अरुण शर्मा, उपाध्यक्ष दीपक कुमार और संयुक्त सचिव किरण मीणा शामिल हैं.
में अध्यक्ष पद पर कोई बगावत नहीं थी. लेकिन महासचिव पद के लिए संजय चेची, नरेन्द्र सिंह और नितिन शर्मा ने बगावत की थी. इनमें से संगठन ने संजय चेची और नरेन्द्र सिंह को मना तो लिया, लेकिन नितिन शर्मा को वह नहीं मना पाई. नितिन शर्मा चुनाव मैदान में डटे हुए हैं.
एनएसयूआई के पैनल में अध्यक्ष पद के लिए उत्तम चौधरी, महासचिव के लिए महावीर गुर्जर, उपाध्यक्ष पद पर प्रियंका मीणा और संयुक्त सचिव पद पर लक्ष्मीप्रताप सिंह शामिल हैं. एनएसयूआई में एबीवीपी के मुकाबले ज्यादा बगावत थी. लेकिन संगठन ने अध्यक्ष पद के बागी अशोक फागना और उपाध्यक्ष पद के उज्जवल सिंह को मना लिया. इन दोनों ने संगठन के प्रत्याशियों के पक्ष में अपना नामांकन वापस ले लिया. लेकिन संगठन में अध्यक्ष पद पर पूर्जा वर्मा और मुकेश चौधरी बगावत का झंडा बुलंद किए हुए हैं. वे संगठन के प्रत्याशी को चुनौती देने के लिए मैदान में डटे हैं. ये दोनों बागी संगठन के प्रत्याशी कड़ी टक्कर दे रहे हैं. ऐसे में एनएसयूआई के सामने चुनौतियां बड़ी हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 23, 2019, 18:52 IST