राजस्थान से कौन बनेगा मोदी कैबिनेट का सदस्य ? ये नाम हैं चर्चाओं में
राजस्थान से कौन बनेगा मोदी कैबिनेट का सदस्य ? ये नाम हैं चर्चाओं में
नरेन्द्र मोदी। फाइल फोटो।
बीजेपी को फिर से प्रचंड बहुमत मिलने के बाद अब मोदी मंत्रिमंडल को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. राजस्थान से मोदी कैबिनेट में किसको मौका मिलेगा इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं.
बीजेपी को फिर से प्रचंड बहुमत मिलने के बाद अब मोदी मंत्रिमंडल को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. राजस्थान से मोदी कैबिनेट में किसको मौका मिलेगा इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं. गत लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सभी सीटें बीजेपी की झोली में गई थी. उसके बाद राजस्थान को पांच राज्य मंत्रियों की सौगात मिली थी. इस बार भी परिणाम वैसा ही है. लिहाजा उम्मीदें भी वैसी ही हैं.
मंत्री बनने वालों की फेहरिस्त भी लंबी है, लेकिन समीकरणों के आधार पर देखा जाए तो उसमें चुनिंदा आठ-नौ नाम सामने आ रहे हैं. ये वो नाम हैं जो अक्सर चर्चा में तो रहते ही हैं. इनमें से कुछ की कामकाम की शैली से संगठन से लेकर नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को भी भाती है. वहीं कुछ नाम ऐसे हैं जो समय के साथ बदलते राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से मंत्री पद की दौड़ में शामिल माने जा सकते हैं.
ओमप्रकाश माथुर- प्रदेश से राज्यसभा सांसद एवं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष माथुर मारवाड़ में बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं. उन्हें लंबे समय तक मोदी के साथ काम करने का अनुभव है. उत्तराखंड, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के प्रभारी रहे माथुर दूसरी बार राज्यसभा के सांसद बने हैं. राज्यसभा की कई समितियों और किसान संघ से जुड़े माथुर का राजनीतिक अनुभव करीब चार दशक का है. वे राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री ( संगठन) के अलावा प्रारंभ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक और भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी भी रहे हैं.
अर्जुनराम मेघवाल- बीकानेर सांसद अर्जुनराम प्रदेश में पार्टी का बड़ा दलित चेहरा हैं. अर्जुनराम ने इस बार बीकानेर से जीत की हैट्रिक लगाई है. पिछली सरकार में मोदी कैबिनेट के सदस्य रहे मेघवाल रिटायर्ड आईएएस हैं. उनका लंबा प्रशासनिक अनुभव है. लोकसभा में परफोर्मेंस अच्छी रही है.
गजेन्द्र सिंह शेखावत- जोधपुर सांसद शेखावत मोदी सरकार में कृषि राज्य मंत्री का जिम्मा संभाल चुके हैं. प्रदेश में संघ की पहली पसंद माने जाने वाले शेखावत मोदी और शाह की गुडबुक में भी हैं. शेखावत लगातार दूसरी बार जीते हैं. शेखावत ने सूबे के सीएम अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को उनके ही घर में करारी मात दी है. शेखावत और माथुर दोनों ही मारवाड़ से आते हैं. चर्चाएं यह भी है कि पार्टी शेखावत को प्रदेश का नया चेहरा भी बना सकती है. अगर ऐसा होता है तो वे मंत्री पद की दौड़ हट सकते हैं, अन्यथा प्रमुख चेहरों में शामिल रहेंगे.
कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़- जयपुर ग्रामीण से सांसद ओलम्पिक पदक विजेता अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज राठौड़ भी मोदी सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की कमान संभाल चुके हैं. सेना और खेलों से जुड़े राठौड़ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की भी पसंद माने जाते हैं. युवा चेहरा है. यूथ ऑइकॉन हैं.
दीया कुमारी- राजसमंद सांसद दीया कुमारी जयपुर के पूर्व राजघराने से हैं. पहली बार रिकॉर्ड मतों से सांसद बनी दीया कमारी पूर्व में सवाई माधोपुर से विधायक रह चुकी हैं. पार्टी की तीन महिला सांसदों में सबसे मजबूत चेहरा है.
दुष्यंत सिंह- झालावाड़-बारां सांसद सिंह पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के पुत्र हैं. लगातार चौथी बार रिकॉर्ड मतों से जीते हैं. इकोनोमिक्स के अच्छे जानकार सिंह का नाम पिछली बार भी मंत्री पद के लिए चला था. लेकिन उस समय उनकी मां वसुंधरा राजे सूबे की सीएम थी. लिहाजा उनका नंबर नहीं आ पाया.
ओम बिड़ला- कोटा-बूंदी सांसद ओम बिड़ला समूचे प्रदेश में पार्टी का बड़ा वैश्य चेहरा है. बिड़ला तीन बार कोटा दक्षिण से विधायक और एक बार संसदीय सचिव रह चुके हैं. साफ सुथरी छवि वाले बिड़ला को पूर्व में भी भाजयुमो में लंबे समय तक काम करने का अनुभव है. मोदी व शाह की गुडबुक में जगह बनाए हुए हैं.
जसकौर मीणा- दौसा से सांसद मीणा दो बार पूर्व में सवाईमाधोपुर से सांसद रह चुकी हैं. वे केन्द्र की वाजपेयी सरकार में प्रदेश का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी हैं. मीणा समाज में बड़ा नाम है. शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी हुई रही हैं. वे सवाई माधोपुर में जिला शिक्षा अधिकारी रह चुकी हैं.
हनुमान बेनीवाल- नागौर से सांसद चुने गए तेज तर्रार जाट नेता बेनीवाल इस क्षेत्र में पार्टी के तारणहार रहे हैं. बेनीवाल ने विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का गठन किया था. बेनीवाल समेत पार्टी के तीन विधायक जीते थे. बेनीवाल की क्षेत्र में पकड़ व लोकप्रियता को देखते हुए बीजेपी ने यहां की सीट को सुरक्षित रखने के लिए उनकी पार्टी से गठबंधन किया था. बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद केन्द्रीय राज्य मंत्री सीआर चौधरी का टिकट काटकर उनके स्थान पर बेनीवाल को एनडीए प्रत्याशी के तौर पर उतारा था. मारवाड़ समेत प्रदेश में वर्तमान में जाट समाज का बड़ा चेहरा है. हरियाणा में आने वाले दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए उनके नाम पर विचार किया जा सकता है.
भूपेन्द्र यादव- राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं. गत विधानसभा चुनाव में राजस्थान में अहम भूमिका निभाने वाले यादव संगठन में सक्रिय हैं. इस बार गुजरात में चुनाव में मुख्य भूमिका में थे. जेटली की टीम के सदस्य हैं.