चौमूं में फर्जी लिंग जांच के वसूल रहे थे 17 हजार, दो गिरफ्तार

पुलिस गिरफ्त में लिंग जांच के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी. (फोटो- डीआईपीआर)
पीसीपीएनडीटी सैल की टीम ने शुक्रवार को चौमूं(जयपुर) में भ्रूण लिंग की फर्जी जांच करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया.
- Pradesh18
- Last Updated: January 13, 2017, 9:04 PM IST
राजस्थान के चिकित्सा विभाग की राज्य पीसीपीएनडीटी सैल की टीम ने शुक्रवार को चौमूं(जयपुर) में भ्रूण लिंग की फर्जी जांच करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया.
टीम ने आरोपियों से लिंग जांच के फर्जीवाड़ें में काम में लिए गए लैपटॉप सहित अन्य उपकरणों को जब्त किया. राज्य पीसीपीएनडीटी सैल द्वारा इस आपॅरेशन सहित अब तक 55 डिकॉय ऑपरेशन किए जा चुके हैं.
मिशन निदेशक एवं अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी नवीन जैन ने बताया कि चौमूं में अवैध रूप से लिंग जांच करने की सूचना की पुष्टि के बाद शुक्रवार को प्रातः गर्भवती महिला सहित राज्य निरीक्षण दल को चौमूं भेजा गया. दलाल के बताये अनुसार डिकॉय गर्भवती महिला और सहयोगी को दलाल अपनी मोटर साईकिल पर चौमूं नगरपालिका गेट से बैठाकर लिंग जांच हेतु सुनसान जगह ले गया. सुनसान जगह पर महिला द्वारा लिंग जांच करवाने से मना करने पर दलाल ने महिला के पति को भी साथ लिया.
लगभग 1 घंटे इधर-उधर घुमाने के बाद डिकॉय महिला एवं सहयोगी महिला को रामकिशोर खटीक के घर ले गया. रामकिशोर खटीक के घर लैपटॉप एवं लकड़ी से बने परोब भ्रूण लिंग जांच करने के बाद गर्भपात 17 हजार रुपये में करवाने की बात कही.गर्भवती महिला के सहयोगी दल को फोन पर सूचित किया. गर्भवती सहयोगी द्वारा निरीक्षण दल को फोन पर सूचित करते ही टीम ने कार्यवाही करते हुए दो दलालों को गिरफ्तार कर उनसे हूबहू नोट बरामद कर लिये.
इस कार्यवाही में हाथनोदा निवासी अनिल उर्फ अनु एवं मोरिजा थाना निवासी रामकिशोर खटीक को गिरफ्तार किया साथ ही काम में लिये गये उपकरणों लैपटॉप, लकड़ी का परोब और काम में ली गयी दो मोटर साइकिलों को जब्त कर लिया.
जैन ने बताया कि इस कार्यवाही में राज्य पीसीपीएनडीटी सैल के पीबीआई थाना के प्रभारी सीआई सीताराम, उप निरीक्षक विक्रम सेवावत, सीकर पीसीपीएनडीटी समन्वयक नंदलाल पूनिया, झुंझुनूं आशा समन्वयक संजीव नहला, सामाजिक कार्यकर्ता विकास राहड़ व विकास भड़िया, हैड कान्स्टेबल डालचंद, देवेन्द्र व कुलदीप कुमार शामिल थे.
टीम ने आरोपियों से लिंग जांच के फर्जीवाड़ें में काम में लिए गए लैपटॉप सहित अन्य उपकरणों को जब्त किया. राज्य पीसीपीएनडीटी सैल द्वारा इस आपॅरेशन सहित अब तक 55 डिकॉय ऑपरेशन किए जा चुके हैं.
मिशन निदेशक एवं अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी नवीन जैन ने बताया कि चौमूं में अवैध रूप से लिंग जांच करने की सूचना की पुष्टि के बाद शुक्रवार को प्रातः गर्भवती महिला सहित राज्य निरीक्षण दल को चौमूं भेजा गया. दलाल के बताये अनुसार डिकॉय गर्भवती महिला और सहयोगी को दलाल अपनी मोटर साईकिल पर चौमूं नगरपालिका गेट से बैठाकर लिंग जांच हेतु सुनसान जगह ले गया. सुनसान जगह पर महिला द्वारा लिंग जांच करवाने से मना करने पर दलाल ने महिला के पति को भी साथ लिया.
लगभग 1 घंटे इधर-उधर घुमाने के बाद डिकॉय महिला एवं सहयोगी महिला को रामकिशोर खटीक के घर ले गया. रामकिशोर खटीक के घर लैपटॉप एवं लकड़ी से बने परोब भ्रूण लिंग जांच करने के बाद गर्भपात 17 हजार रुपये में करवाने की बात कही.गर्भवती महिला के सहयोगी दल को फोन पर सूचित किया. गर्भवती सहयोगी द्वारा निरीक्षण दल को फोन पर सूचित करते ही टीम ने कार्यवाही करते हुए दो दलालों को गिरफ्तार कर उनसे हूबहू नोट बरामद कर लिये.
इस कार्यवाही में हाथनोदा निवासी अनिल उर्फ अनु एवं मोरिजा थाना निवासी रामकिशोर खटीक को गिरफ्तार किया साथ ही काम में लिये गये उपकरणों लैपटॉप, लकड़ी का परोब और काम में ली गयी दो मोटर साइकिलों को जब्त कर लिया.
जैन ने बताया कि इस कार्यवाही में राज्य पीसीपीएनडीटी सैल के पीबीआई थाना के प्रभारी सीआई सीताराम, उप निरीक्षक विक्रम सेवावत, सीकर पीसीपीएनडीटी समन्वयक नंदलाल पूनिया, झुंझुनूं आशा समन्वयक संजीव नहला, सामाजिक कार्यकर्ता विकास राहड़ व विकास भड़िया, हैड कान्स्टेबल डालचंद, देवेन्द्र व कुलदीप कुमार शामिल थे.