Weather update: राजस्थान में अगले 3 महीने पड़ेगी कड़ाके की सर्दी, मौसम विभाग ने दी चेतावनी

तीन महीनों में पारा औसत से कम रहने के संकेतों से साफ है मरुधरा में इस बार सर्दी अनकंट्रोल रहने की संभावना है.
Weather Update: ला नीनो के असर के कारण देशभर में सर्दियों के मौसम में तापमान में कुछ बदलाव हो रहे हैं. पश्चिमी राजस्थान (Western rajasthan) में तापमान सामान्य से कम रहने की सबसे ज्यादा संभावना है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: December 1, 2020, 9:25 AM IST
जयपुर. राजस्थानवासी अगले तीन महीने कड़ाके की सर्दी (Severe winter) झेलने के लिये तैयार रहें. मौसम विभाग ने ला नीनो (La nino) के प्रभाव के चलते इस बार तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना जताई है. मौसम विभाग (Meteorological Department) ने चेताया है कि देशभर में ला नीनो का पश्चिमी राजस्थान (Western rajasthan) पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा. इसके कारण पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से 1 डिग्री और पूर्वी राजस्थान में 0.52 डिग्री तापमान कम रह सकता है. इसके असर के कारण अगले तीन महीने तक प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर चलेगा.
प्रदेश में जोरदार सर्दी का दौर शुरू हो गया है. अलग-अलग हिस्सों में पारे में गिरावट लगातार जारी है. मौसम विभाग ने पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से कम तापमान रहने के आसार जताए हैं. भारतीय मौसम विभाग द्वारा सर्दी के मौसम के लिए जारी किए गए आउटलुक के अनुसार दिसंबर, जनवरी और फरवरी महिने में पश्चिमी राजस्थान में औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.17 डिग्री सेल्सियस कम रहने की संभावना है. पूर्वी राजस्थान में न्यूनतम तापमान 0.52 डिग्री सेल्सियस कम करने की संभावना है.
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देशभर में सर्दियों के मौसम में तापमान में कुछ बदलाव हो रहे हैं
मौसम विभाग के प्रभारी निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि ला नीनो के असर के कारण देशभर में सर्दियों के मौसम में तापमान में कुछ बदलाव हो रहे हैं. लेकिन पश्चिमी राजस्थान में तापमान सामान्य से कम रहने की सबसे ज्यादा संभावना है. ला नीना समुद्री प्रक्रिया है. इसमें समुद्र में पानी ठंडा होने लगता है. इसका हवाओं पर भी असर होता है. ला नीना दुनिया के मौसम और जलवायु को बड़े पैमाने पर प्रभावित करने का कारण बन सकता है.
प्रदेश अभी से ही पारा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने लगा है
मौसम विभाग के प्रभारी निदेशक शर्मा ने बताया कि ला नीना के असर के चलते देश के उत्तरी भागों में तापमान सामान्य से कम तो दक्षिण में सामान्य से ज्यादा रह सकता है. प्रदेश अभी से ही पारा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने लगा है. आलम यह है कि दिनों दिन पारा सिकुड़ता ही जा रहा है. इस बीच मौसम विभाग की ओर जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन महीनों में पारा औसत से कम रहने के संकेतों से साफ है मरुधरा में इस बार सर्दी अनकंट्रोल रहने की संभावना है.
प्रदेश में जोरदार सर्दी का दौर शुरू हो गया है. अलग-अलग हिस्सों में पारे में गिरावट लगातार जारी है. मौसम विभाग ने पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से कम तापमान रहने के आसार जताए हैं. भारतीय मौसम विभाग द्वारा सर्दी के मौसम के लिए जारी किए गए आउटलुक के अनुसार दिसंबर, जनवरी और फरवरी महिने में पश्चिमी राजस्थान में औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.17 डिग्री सेल्सियस कम रहने की संभावना है. पूर्वी राजस्थान में न्यूनतम तापमान 0.52 डिग्री सेल्सियस कम करने की संभावना है.
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मौसम विभाग के प्रभारी निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि ला नीनो के असर के कारण देशभर में सर्दियों के मौसम में तापमान में कुछ बदलाव हो रहे हैं. लेकिन पश्चिमी राजस्थान में तापमान सामान्य से कम रहने की सबसे ज्यादा संभावना है. ला नीना समुद्री प्रक्रिया है. इसमें समुद्र में पानी ठंडा होने लगता है. इसका हवाओं पर भी असर होता है. ला नीना दुनिया के मौसम और जलवायु को बड़े पैमाने पर प्रभावित करने का कारण बन सकता है.
प्रदेश अभी से ही पारा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने लगा है
मौसम विभाग के प्रभारी निदेशक शर्मा ने बताया कि ला नीना के असर के चलते देश के उत्तरी भागों में तापमान सामान्य से कम तो दक्षिण में सामान्य से ज्यादा रह सकता है. प्रदेश अभी से ही पारा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने लगा है. आलम यह है कि दिनों दिन पारा सिकुड़ता ही जा रहा है. इस बीच मौसम विभाग की ओर जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन महीनों में पारा औसत से कम रहने के संकेतों से साफ है मरुधरा में इस बार सर्दी अनकंट्रोल रहने की संभावना है.