Jaisalmer Maru Mahotsav: लक्षिता सोनी 'मिस मूमल' और कृष्ण कुमार बने 'मिस्टर डेजर्ट'

महोत्सव में लक्षिता सोनी को मिस मूमल तो कृष्ण कुमार मिस्टर डेजर्ट चुने गये.
Jaisalmer Maru Mahotsav: दो दिन पहले शुरू हुआ मरु महोत्सव अब परवान चढ़ने लगा है. राजस्थानी संस्कृति (Rajasthani Culture) की छटा बिखरने वाले इस महोत्सव पर इस बार कोरोना का साया (Shadow of corona) भी दिखाई दे रहा है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: February 26, 2021, 8:56 AM IST
जैसलमेर/जोधपुर. भारत- जैसलमेर के थार धोरों में आयोजित हो रहे मरु महोत्सव (Jaisalmer Maru Mahotsav) में राजस्थान की सांस्कृतिक छटा बिखर रही है. हालांकि इस बार इस महोत्सव में कोरोना का साया (Shadow of corona) भी दिख रहा है. महोत्सव में इस बार न विदेशी मेहमान बहुत कम नज़र आ रहे हैं.. लेकिन देशी पर्यटकों की अपार भीड़ मरु महोत्सव की शान बढ़ा रही है.
दो दिन पहले 24 फरवरी से शुरू हुए मरु महोत्सव में गुरुवार को कई आयोजन हुए. इसमें मिस मूमल और मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिताएं प्रमुख रही. महोत्सव में लक्षिता सोनी को मिस मूमल तो कृष्ण कुमार मिस्टर डेजर्ट चुना गया. उधर रंगारंग शोभायात्रा ने भी लोगों का मन मोह लिया.
मरु महोत्सव से पर्यटन उद्योग को मिलेगी बड़ी राहत
इस चार दिवसीय मरु महोत्सव के दूसरे दिन स्वर्णनगरी जैसलमेर के सुनार दुर्ग से आकर्षक शोभायात्रा निकाली गई. जिला कलक्टर आशीष मोदी, पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह और जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव ने हरी झंडी दिखाकर इस भव्य शोभा यात्रा को रवाना किया. शोभायात्रा पूनम सिंह स्टेडियम में जाकर समाप्त हुई. उसके बाद वहां कई आकर्षक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. सैलानियों ने जमकर आनंद लिया. विधायक रूपा राम धनदेव ने कहा कि कोरोना संक्रमण ने पर्यटन उद्योग की कमर तोड़ दी थी. लेकिन कम समय में राज्य सरकार के निर्देशन में आयोजित इस महोत्सव से पर्यटन उद्योग को बड़ी राहत मिलेगी.
48 सजे धजे ऊंटों का कारवां रहा आकर्षण का केन्द्र
इससे पहले निकाली गई शोभायात्रा में देशभर से आए मशहूर कलाकारों के पूरे मार्ग में अपनी शानदार प्रस्तुतियां दीं. इन कलाकारों ने भारत की विविध लोक सांस्कृतिक धाराओं से सैलानियों को रूबरू कराया. लोगों ने जगह-जगह फूल बरसाकर शोभायात्रा का स्वागत किया गया. शोभायात्रा में शामिल सीमा सुरक्षा बल के 48 सजे धजे ऊंटों का कारवां एवं उस पर बैठे सीमा प्रहरी आकर्षण का केन्द्र रहे.
राजस्थानी गीतों की स्वर लहरियों से फिजां में घुली मिठास
विश्व के आठवें अजूबे कैमल माउंटेन बैण्ड के बैण्ड मास्टर के निर्देशन में बैण्ड पर राजस्थानी गीतों की स्वर लहरियों से फिजां में राजस्थानी रंग चढ़ा हुआ नजर आया. शोभा यात्रा मे सीमा सुरक्षा बल के बांके जवान दूल्हे की वेषभूषा पहने थे. वे हाथों में भाले लिए वे बेहद आकर्षक लग रहे थे. सजे धजे ऊंटों पर बैठे इन बांके जवानों की तस्वीरों को अपने कैमरों में कैद करने के लिए सैलानियों के बीच होड़ सी लग गई.. शोभायात्रा में कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति भी शामिल थी. चार दीं के इस महोत्सव का समापन शनिवार को होगा.
आज ये होंगे कार्यक्रम
मरु महोत्सव के तीसरे दिन शुक्रवार को कैमल डेकोरेशन प्रतियोगिता का आयोजन होगा। वहीं कैमल पोलो मैच और कैमल टेटू शो का आयोजन भी आज ही है. ये आयोजन डेडानसर स्टेडियम में होंगे.
दो दिन पहले 24 फरवरी से शुरू हुए मरु महोत्सव में गुरुवार को कई आयोजन हुए. इसमें मिस मूमल और मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिताएं प्रमुख रही. महोत्सव में लक्षिता सोनी को मिस मूमल तो कृष्ण कुमार मिस्टर डेजर्ट चुना गया. उधर रंगारंग शोभायात्रा ने भी लोगों का मन मोह लिया.
मरु महोत्सव से पर्यटन उद्योग को मिलेगी बड़ी राहत
इस चार दिवसीय मरु महोत्सव के दूसरे दिन स्वर्णनगरी जैसलमेर के सुनार दुर्ग से आकर्षक शोभायात्रा निकाली गई. जिला कलक्टर आशीष मोदी, पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह और जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव ने हरी झंडी दिखाकर इस भव्य शोभा यात्रा को रवाना किया. शोभायात्रा पूनम सिंह स्टेडियम में जाकर समाप्त हुई. उसके बाद वहां कई आकर्षक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. सैलानियों ने जमकर आनंद लिया. विधायक रूपा राम धनदेव ने कहा कि कोरोना संक्रमण ने पर्यटन उद्योग की कमर तोड़ दी थी. लेकिन कम समय में राज्य सरकार के निर्देशन में आयोजित इस महोत्सव से पर्यटन उद्योग को बड़ी राहत मिलेगी.

मिस्टर डेजर्ट कृष्ण कुमार.
48 सजे धजे ऊंटों का कारवां रहा आकर्षण का केन्द्र
इससे पहले निकाली गई शोभायात्रा में देशभर से आए मशहूर कलाकारों के पूरे मार्ग में अपनी शानदार प्रस्तुतियां दीं. इन कलाकारों ने भारत की विविध लोक सांस्कृतिक धाराओं से सैलानियों को रूबरू कराया. लोगों ने जगह-जगह फूल बरसाकर शोभायात्रा का स्वागत किया गया. शोभायात्रा में शामिल सीमा सुरक्षा बल के 48 सजे धजे ऊंटों का कारवां एवं उस पर बैठे सीमा प्रहरी आकर्षण का केन्द्र रहे.
राजस्थानी गीतों की स्वर लहरियों से फिजां में घुली मिठास
विश्व के आठवें अजूबे कैमल माउंटेन बैण्ड के बैण्ड मास्टर के निर्देशन में बैण्ड पर राजस्थानी गीतों की स्वर लहरियों से फिजां में राजस्थानी रंग चढ़ा हुआ नजर आया. शोभा यात्रा मे सीमा सुरक्षा बल के बांके जवान दूल्हे की वेषभूषा पहने थे. वे हाथों में भाले लिए वे बेहद आकर्षक लग रहे थे. सजे धजे ऊंटों पर बैठे इन बांके जवानों की तस्वीरों को अपने कैमरों में कैद करने के लिए सैलानियों के बीच होड़ सी लग गई.. शोभायात्रा में कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति भी शामिल थी. चार दीं के इस महोत्सव का समापन शनिवार को होगा.
आज ये होंगे कार्यक्रम
मरु महोत्सव के तीसरे दिन शुक्रवार को कैमल डेकोरेशन प्रतियोगिता का आयोजन होगा। वहीं कैमल पोलो मैच और कैमल टेटू शो का आयोजन भी आज ही है. ये आयोजन डेडानसर स्टेडियम में होंगे.