स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति, सचिव ने लगाई अधिकारियों की क्लास

अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए स्वास्थ्य सचिव नवीन जैन.
राजस्थान के जालोर जिले में नवजात शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए शुरू होने वाली 'चिरायु - नहीं जान हमारी शान' कार्यक्रम के तहत चिकित्सा विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के सचिव और योजना के निदेशन नवीन जैन ने बैठक की.
- ETV Rajasthan
- Last Updated: December 13, 2017, 10:16 AM IST
राजस्थान के जालोर जिले में नवजात शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए शुरू होने वाली 'चिरायु - नहीं जान हमारी शान' कार्यक्रम के तहत चिकित्सा विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के सचिव और योजना के निदेशन नवीन जैन ने बैठक की.
यह बैठक जालोर कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में मंगलवार को संपन्न हुई. बैठक में योजना के संदर्भ में पूर्व में दिए गए निर्देशों की अनुपालना में किए गए कार्य की प्रगति का जायजा लिया. स्वास्थ्य सचिव नवीन जैन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीएचसी और पीएचसी में लेबर रूम किस तरफ है उसके लिए लगाए गए संकेत न बनाए जाने पर उन्हें जमकर लताड़ लगाई.
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि लेबर रूम किस ओर है इसके निशान बनाने के लिए भी जयपुर से लोग आएंगे क्या? उन्होंने कहा कि लेबर रूम तेरा है और एसएनसीयू मेरा है, पता है आपके इस रवैये का नतीजा गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं को भुगतना पडता है.
एसएनसीयू में भर्ती नवजात बच्चों को देखने के लिए क्या 50 मिनट भी नहीं निकाल सकते हैं. ऐसे ही तल्ख लफ्जों के साथ उन्होंने विभागीय अधिकारियों, सभी बीसीएमओ और चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने के लिए प्रेरित किया.उन्होंने प्रदेश स्तरीय दल द्वारा किए गए चिकित्सा संस्थानों के निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फीडबैक दिए. इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं सुचारू रूप से चले इसके लिए बीसीएमओ और चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए.
(हरिपाल सिंह)
यह बैठक जालोर कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में मंगलवार को संपन्न हुई. बैठक में योजना के संदर्भ में पूर्व में दिए गए निर्देशों की अनुपालना में किए गए कार्य की प्रगति का जायजा लिया. स्वास्थ्य सचिव नवीन जैन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीएचसी और पीएचसी में लेबर रूम किस तरफ है उसके लिए लगाए गए संकेत न बनाए जाने पर उन्हें जमकर लताड़ लगाई.
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि लेबर रूम किस ओर है इसके निशान बनाने के लिए भी जयपुर से लोग आएंगे क्या? उन्होंने कहा कि लेबर रूम तेरा है और एसएनसीयू मेरा है, पता है आपके इस रवैये का नतीजा गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं को भुगतना पडता है.
एसएनसीयू में भर्ती नवजात बच्चों को देखने के लिए क्या 50 मिनट भी नहीं निकाल सकते हैं. ऐसे ही तल्ख लफ्जों के साथ उन्होंने विभागीय अधिकारियों, सभी बीसीएमओ और चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने के लिए प्रेरित किया.उन्होंने प्रदेश स्तरीय दल द्वारा किए गए चिकित्सा संस्थानों के निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फीडबैक दिए. इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं सुचारू रूप से चले इसके लिए बीसीएमओ और चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए.
(हरिपाल सिंह)