भारत सरकार के मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया संकल्पलना के अंतर्गत सीएसआईआर-सीरी, पिलानी के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित पारा मुक्त प्लाज्मा अल्ट्रा वायलेट(यूवी) लैंप का प्रौद्योगिकी हस्तांतरण जयपुर की और पुणे की कंपनी को किया गया है.
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो शांतनु चौधरी, पूर्व निदेशक डॉ चंद्रशेखर, डॉ एस एन जोशी, मुख्य वैज्ञानिक राज सिंह, डॉ जमील अख्तवर, प्लाज्मा प्रयोगशाला के प्रमुख एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ राम प्रकाश, अन्य वैज्ञानिक व सहकर्मी उपस्थित थे.
इस तकनीक के बारे में जानकारी देते हुए वैज्ञानिकों ने बताया कि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित नई प्रौद्योगिकी पूर्ण रूप से पारा मुक्त है, जिसमें प्लाज्मा यूवी लैंप पानी में मौजूद प्रोटोजोआ, बैक्टीरिया और वायरसों को नष्ट एवं निष्क्रीय कर पानी को पूर्ण रूप से सुरक्षित और शुद्ध कर पीने योग्य बनाता है.
उन्होंने कहा कि नीरी-नागपुर और बीएसआईआर-जयपुर स्थित प्रयोगशालाओं में अब तक हुए गहन परीक्षणों में भी यह डिवाइस न केवल पूर्ण रूप से खरी उतरी है बल्कि समय और धन की दृष्टि से भी पूर्ववर्ती वाटर प्योरिफायरों से बेहतर है.
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FIRST PUBLISHED : March 30, 2016, 10:54 IST