Jodhpur News: मनी लॉड्रिंग में ईडी की राबर्ट वाड्रा से पूछताछ की याचिका, हाई कोर्ट आज दे सकता है फैसला

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ के लिए राजस्थान हाई कोर्ट में ईडी की याचिका आज सुनवाई हो सकती है..
बीकानेर में मनी लॉड्रिंग से जुड़े जमीन खरीदने और बेचने के मामले में ईडी ने जांच शुरू कर चुकी है. ईडी से बचने के लिए वाड्रा लगातार प्रयास कर रहे हैं. कई बार समन जारी करने के बावजूद वह ईडी के सामने पेश नहीं हुए.
- News18Hindi
- Last Updated: January 28, 2021, 12:59 PM IST
जोधपुर. राजस्थान के बीकानेर में मनी लॉड्रिंग (Money laundering in bikaner) से जुड़े जमीन खरीदने और बेचने के राबर्ट वाड्रा से जुड़े मामले की आज यानि गुरुवार को राजस्थान हाई कोर्ट (Rajasthan High Court) में सुनवाई होगी. पिछली बार समय अभाव में सुनवाई नहीं हो पाई थी. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate-ED) ने वाड्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ करने का हाईकोर्ट में याचिका लगाई है. इस पर आज हाईकोर्ट अपना फैसला सुना सकता है. राजस्थान हाईकोर्ट ने राबर्ट वाड्रा की गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है.
इससे पहले 17 जनवरी को जस्टिस पुष्पेन्द्र सिंह भाटी की कोर्ट में सुनवाई पूरी नहीं हो पाई थी. रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े इस मामले में हाईकोर्ट में अलग-अलग कारणों से सुनवाई टलती रही है. इस मामले पर बहस भी शुरू नहीं हो पाई है. जबकि ईडी की तरफ से कई बार बहस शुरू करने का आग्रह किया जा चुका है. ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा और सह आरोपी महेश नागर को हिरासत में लेकर पूछताछ की इजाजत मांगी है. ईडी का कहना है कि वाड्रा पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
बीकानेर में मनी लॉड्रिंग से जुड़े जमीन खरीदने और बेचने इस मामले की ईडी ने जांच शुरू कर चुकी है. ईडी से बचने के लिए वाड्रा लगातार प्रयास कर रहे हैं. कई बार समन जारी करने के बावजूद वह ईडी के सामने पेश नहीं हुए. ईडी की सख्ती पर वाड्रा ने राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर स्थित मुख्य खंडपीठ में अपील दायर कर पूछताछ पर ही सवाल खड़े कर दिए थे. हाईकोर्ट ने वाड्रा को आदेश दिया कि वे अपनी मां मौरिन के साथ ईडी के समक्ष पेश होकर उसके सवालों का जवाब दें. इसके बाद वाड्रा जयपुर में ईडी के समक्ष पेश भी हुए थे.ये है पूरा मामला
2007 में राबर्ट वाड्रा ने स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी की शुरुआत की. रॉबर्ट और उनकी मां मौरीन इस कंपनी के डायरेक्टर बनाए गए। बाद में कंपनी का नाम बदलकर स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड लायबिलिटी कर दिया गया. रजिस्ट्रेशन के वक्त बताया गया था कि ये कंपनी रेस्टोरेंट, बार और कैंटीन चलाने जैसे काम करेगी.
वाड्रा की कंपनी ने 2012 में बीकानेर के कोलायत क्षेत्र में कुछ दलालों के जरिए 270 बीघा जमीन 79 लाख रुपए में खरीदी. ये जमीन बीकानेर में भारतीय सेना की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के लिए आवंटित की गई थी. यहां से विस्थापित हुए लोगों के लिए दूसरी जगह पर 1400 बीघा जमीन आवंटित की गई थी, लेकिन कुछ लोगों ने इस जमीन के फर्जी कागजात तैयार करवाकर वाड्रा की कंपनी को बेच दिए. यह जमीन सेना की थी और इसका बेचा नहीं जा सकता था.