कोरोना संक्रमण काल में जोधपुर शहर में एक हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं. कोरोना संक्रमण के खौफ से मृतकों के परिजन उनकी अस्थियों का विसर्जन (Bone immersion) करने तक से घबरा रहे हैं, लेकिन जोधपुर शहर में डाक विभाग (Postal Department) ने इसका रास्ता ढूंढ़ लिया है. उसने अस्थि विसर्जन कराने की पहल करते हुए इसके लिए नई योजना शुरू की है. डाक विभाग की इस योजना के तहत मृतक के परिजन उनके अस्थि विसर्जन को ऑनलाइन देख सकेंगे.
जोधपुर शहर में कोरोना से और बिना कोरोना के जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उनकी अस्थियों का विसर्जन नहीं हुआ है. ऐसे मामलों के लिए डाक विभाग ने दिव्य दर्शन संस्था से कॉन्ट्रेक्ट किया है. अस्थियों के विसर्जन से जुड़े संपूर्ण कर्मकांड की जिम्मेदारी अब डाक विभाग ने उठाई है.
इसके लिए मृतकों के परिजनों को डाक विभाग की स्पीड पोस्ट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके बाद डाक विभाग अस्थियों का पंडितों के सानिध्य में विसर्जन करवाएगा. इसके साथ ही अस्थि विसर्जन को परिजन को ऑनलाइन भी दिखाया जाएगा. कर्मकांड के बाद परिजनों को घर बैठे गंगाजल भी भेजा जाएगा.
जोधपुर डाक विभाग ने अस्थि विसर्जन के लिए चार जगहों पर व्यवस्था की है. डाक विभाग फिलहाल वाराणसी, प्रयागराज और हरिद्वार के साथ ही गया में अस्थि विसर्जन करवाएगा. प्रत्येक धार्मिक स्थल पर दिव्य दर्शन संस्था के सदस्य पहले ही सभी व्यवस्था कर चुके हैं.
डाक विभाग के जनरल पोस्ट मास्टर सचिन किशोर ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में परिजन अस्थियों का विसर्जन नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में अस्थि विसर्जन के लिए चार तीर्थ स्थानों पर यह योजना शुरू की गई है. उन्होंने बताया आगे जल्द ही और भी तीर्थ स्थानों का चयन किया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : June 07, 2021, 09:22 IST