‘कबूतरबाज’ के चंगुल में फंसा युवक, 10 साल बाद परिजनों के पास पहुंचा

जोधपुर में दस साल से गायब पुत्र अपने पिता से मिला
जोधपुर (Jodhpur) के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र में उस समय भावुक माहौल में रंग गया, जब एक पिता (father) और पुत्र (son) 10 सालों बाद आपस में मिले.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: November 11, 2019, 4:51 PM IST
जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर (Jodhpur) के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र में उस समय भावुक माहौल में रंग गया, जब एक पिता (father) और पुत्र (son) 10 सालों बाद आपस में मिले. बता दें कि 10 साल पहले इस युवक को कबूतर बाज (Fraud) अपने चंगुल में फंसा कर ले गए थे और 10 सालों बाद यह 20 वर्षीय युवक अपने पिता से जब मिला तो थाने का पूरा माहौल भावुक हो गया.
युवक 10 वर्ष पहले घर से हुआ था गायब
दरअसल उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में रहने वाला 10 वर्षीय मोहन पाठक 10 वर्ष पहले सब्जी लेने के लिए अपने घर से साइकिल लेकर निकला था. रास्ते में एक व्यक्ति ने उसे बातों में उलझा कर और मोटी कमाई का लालच देकर अपने साथ ले गया. वह व्यक्ति उसे बेंगलुरु (Bengaluru) ले गया, जहां उससे अवैध काम करवाना शुरू किया गया. एक दिन मौका पाकर मोहन पाठक वहां से फरार हो गया और सीधा सूरत पहुंच गया, जहां कुछ सालों तक उसने टेक्सटाइल फैक्ट्रियों में काम किया था.
10 साल बाद मिला गायब युवक, छलके परजिनों के आंसू
कुछ वर्षों पहले मोहन जोधपुर आ गया. इस युवक ने अपनी मां को कई बार फोन किया. लेकिन उसकी मां का फोन नंबर बंद हो चुका था, जिसके चलते वह अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पाया. कुछ दिनों पहले ही उसे अपनी बड़ी दीदी का मोबाइल नंबर मिला, जिसके बाद उसने फोन किया. आपस में संपर्क होने के बाद युवक के परिजन जोधपुर पहुंचे. इस तरह यह युवक करीब 10 सालों बाद अपने परिजनों से मिल पाया.
पिता ने पुलिस को कहा- शुक्रियायुवक के पिता महेंद्र पाठक ने बताया कि साल 2009 में उसका 10 वर्षीय पुत्र अचानक गायब हो गया, जिसके बाद उन्होंने उसकी कई जगह तलाश की और आखिर उन्होंने यह मान लिया था कि उनके पुत्र की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन कुछ दिनों पूर्व जब पुत्र ने फोन किया तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. जोधपुर थाना पुलिस ने परिवार से मिलाने के लिए युवक की पूरी मदद की और पिता-पुत्र को मिलवाया. वहीं युवक के पिता पुलिस विभाग का बार-बार शुक्रिया अदा करते नजर आए.
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युवक 10 वर्ष पहले घर से हुआ था गायब
दरअसल उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में रहने वाला 10 वर्षीय मोहन पाठक 10 वर्ष पहले सब्जी लेने के लिए अपने घर से साइकिल लेकर निकला था. रास्ते में एक व्यक्ति ने उसे बातों में उलझा कर और मोटी कमाई का लालच देकर अपने साथ ले गया. वह व्यक्ति उसे बेंगलुरु (Bengaluru) ले गया, जहां उससे अवैध काम करवाना शुरू किया गया. एक दिन मौका पाकर मोहन पाठक वहां से फरार हो गया और सीधा सूरत पहुंच गया, जहां कुछ सालों तक उसने टेक्सटाइल फैक्ट्रियों में काम किया था.

जोधपुर थाना पुलिस ने पिता-पुत्र को मिलाने में की मदद
कुछ वर्षों पहले मोहन जोधपुर आ गया. इस युवक ने अपनी मां को कई बार फोन किया. लेकिन उसकी मां का फोन नंबर बंद हो चुका था, जिसके चलते वह अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पाया. कुछ दिनों पहले ही उसे अपनी बड़ी दीदी का मोबाइल नंबर मिला, जिसके बाद उसने फोन किया. आपस में संपर्क होने के बाद युवक के परिजन जोधपुर पहुंचे. इस तरह यह युवक करीब 10 सालों बाद अपने परिजनों से मिल पाया.
पिता ने पुलिस को कहा- शुक्रिया
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First published: November 11, 2019, 4:47 PM IST
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