जोधपुर: अस्पताल में खून की कमी महसूस हुई तो नर्सिंगकर्मियों ने ही डोनेट कर डाला 350 यूनिट ब्लड

अस्पताल के नर्सिंगकर्मी तो ब्लड डोनेट करने आए ही उनके साथ में पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारी भी रक्तदान करने ब्लड डोनेशन कैम्प पहुंच गए.
जोधपुर संभाग के सबसे बड़े मथुरादार माथुर अस्पताल में नर्सिंगकर्मियों ने मानवता (Humanity) की एक नई मिसाल कायम की है. अस्पताल में जब ब्लड की कमी महसूस होने लगी तो उन्होंने ही स्टाफ के साथ 350 यूनिट ब्लड डोनेट (Blood donate) कर डाला.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: January 6, 2021, 12:15 PM IST
जोधपुर. देश और प्रदेश में आपने कई अनोखे जन्मदिन समारोह (Birthday celebration) देखे होंगे लेकिन सनसिटी जोधपुर में एक ऐसा जन्मदिन समारोह आयोजित हुआ जिसको देखकर हर कोई उसका कायल हो गया. अस्पतालों में मरीजों की सेवा करने वाले नर्सिंगकर्मियों ने अपने एक सहकर्मी के जन्मदिन पर ब्लड डोनेशन कैम्प (Blood donation camp) इसलिए आयोजित किया क्योंकि अस्पताल में खून की कमी महसूस हो रही थी. उन्होंने इस कमी को पूरा करने के लिए देखते ही देखते करीब 350 यूनिट ब्लड डोनेट कर सैंकड़ों लोगों की जिंदगी बचाने की पहल की है.
'मौका दीजिए अपने खून को किसी के दूसरे की रगों में बहने का, यह तरीका लाजवाब है नई जिस्मों में जिंदा रहने का'. यह वह स्लोगन था जिसको देखकर राजस्थान नर्सेज यूनियन के जिलाध्यक्ष संजय चौधरी ने मथुरादास माथुर अस्पताल के ब्लड बैंक में अपने जन्मदिन पर विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन कर उसे यादगार बना डाला. जोधपुर संभाग के सबसे बड़े मथुरादास माथुर अस्पताल में तैनात राजस्थान नर्सेज यूनियन के जिलाध्यक्ष संजय चौधरी के जन्मदिन पर मंगलवार को उनके सहकर्मियों ने इस स्लोगन को चरितार्थ कर दिखा दिया. उनकी इस अनोखी पहल को देखते हुए अस्पताल के नर्सिंगकर्मी तो ब्लड डोनेशन करने आए ही उनके साथ में पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारी भी रक्तदान करने ब्लड डोनेशन कैम्प पहुंच गए.
कोरोना काल में ब्लड डोनेशन कैम्प कम हो रहे हैंब्लड डोनेशन कैम्प की शुरुआत सुबह हुई थी. उसके बाद यह सिलसिला शाम तक चलता रहा. कैम्प की समाप्ति तक करीब 350 यूनिट ब्लड मरीजों की सेवा के लिए इकट्ठा हो गया. जिला अध्यक्ष संजय चौधरी ने बताया कि कोरोना काल में ब्लड डोनेशन कैम्प कम हो रहे हैं. इससे अस्पताल में खून की कमी भी महसूस हो रही थी. लिहाजा उन्होंने अपने जन्मदिन पर ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन किया. उसमें सैंकड़ों लोगों का जबर्दस्त सहयोग मिला. यह देखकर खुशी हुई.
मानवता का एक और चेहरा आमजन को दिखाया
अस्पतालों में नर्सिंगकर्मी वैसे ही मरीजों की सेवा करने में दिन रात लगे रहते हैं. लेकिन जिला अध्यक्ष संजय चौधरी के जन्मदिन पर सभी नर्सेज और मेडिकल स्टाफ ने मानवता का एक और चेहरा आमजन को दिखाया है. इसकी आज हर कोई तारीफ कर रहा है.
'मौका दीजिए अपने खून को किसी के दूसरे की रगों में बहने का, यह तरीका लाजवाब है नई जिस्मों में जिंदा रहने का'. यह वह स्लोगन था जिसको देखकर राजस्थान नर्सेज यूनियन के जिलाध्यक्ष संजय चौधरी ने मथुरादास माथुर अस्पताल के ब्लड बैंक में अपने जन्मदिन पर विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन कर उसे यादगार बना डाला. जोधपुर संभाग के सबसे बड़े मथुरादास माथुर अस्पताल में तैनात राजस्थान नर्सेज यूनियन के जिलाध्यक्ष संजय चौधरी के जन्मदिन पर मंगलवार को उनके सहकर्मियों ने इस स्लोगन को चरितार्थ कर दिखा दिया. उनकी इस अनोखी पहल को देखते हुए अस्पताल के नर्सिंगकर्मी तो ब्लड डोनेशन करने आए ही उनके साथ में पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारी भी रक्तदान करने ब्लड डोनेशन कैम्प पहुंच गए.
कोरोना काल में ब्लड डोनेशन कैम्प कम हो रहे हैंब्लड डोनेशन कैम्प की शुरुआत सुबह हुई थी. उसके बाद यह सिलसिला शाम तक चलता रहा. कैम्प की समाप्ति तक करीब 350 यूनिट ब्लड मरीजों की सेवा के लिए इकट्ठा हो गया. जिला अध्यक्ष संजय चौधरी ने बताया कि कोरोना काल में ब्लड डोनेशन कैम्प कम हो रहे हैं. इससे अस्पताल में खून की कमी भी महसूस हो रही थी. लिहाजा उन्होंने अपने जन्मदिन पर ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन किया. उसमें सैंकड़ों लोगों का जबर्दस्त सहयोग मिला. यह देखकर खुशी हुई.
मानवता का एक और चेहरा आमजन को दिखाया
अस्पतालों में नर्सिंगकर्मी वैसे ही मरीजों की सेवा करने में दिन रात लगे रहते हैं. लेकिन जिला अध्यक्ष संजय चौधरी के जन्मदिन पर सभी नर्सेज और मेडिकल स्टाफ ने मानवता का एक और चेहरा आमजन को दिखाया है. इसकी आज हर कोई तारीफ कर रहा है.