अफीम तस्करों से डील करने के बाद थानाधिकारी सैयद शरीफ अली ने 30 हजार रुपये नगद लिए और 20 हजार किसी परिचित के खाते में ट्रांसफर करवाए.
करौली. राजस्थान के करौली जिले में एक थानाधिकारी की शर्मनाक करतूत (Shameful Act) सामने आई है. यहां सूरौठ थानाधिकारी सैयद शरीफ अली ने अफीम के दो तस्करों को गिरफ्तार करने के बाद मामले को हल्का करने के लिए उनसे 50 हजार रुपये की डील कर डाली. थानाधिकारी ने डील के रुपये भी ले लिए और अफीम का दूध अपने चैम्बर में रख लिया. लेकिन इस मामले की परतें तत्काल ही खुल गई. सूचना पर सूरौठ थाने पहुंचे आलाधिकारियों ने जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थानाधिकारी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) का मामला दर्ज उसको गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.
जानकारी के अनुसार इस संबंध में हिंडौन पुलिस उपाधीक्षक किशोरीलाल की ओर से सूरौठ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. प्राथमिकी के अनुसार डीएसपी किशोरीलाल ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस के निर्देश पर वे शुक्रवार को सूरौठ थाने पहुंचे थे. वहां डीएसटी प्रभारी अनूप सिंह टीम के मौजूद थे. वहां जानकारी मिली कि सूरौठ थानाधिकारी शरीफ अली ने 23 मार्च को अफीम के साथ पकड़े दो आरोपियों को शांतिभंग में गिरफ्तार दिखाया. बाद में कानूनी कार्रवाई कर उनको रिहा कर दिया. थानाधिकारी की इस कारस्तानी की शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों के पास पहुंच गई.
थानेदार की टेबल की दराज में मिला अफीम का दूध
उसी दौरान इस मामले की जांच करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध एवं सतर्कता रेंज कार्यालय भरतपुर प्रकाश चंद भी सूरौठ थाने पहुंच गए. बाद में पुलिस टीम की ओर से तलाशी लेने पर थानाधिकारी शरीफ अली के चैम्बर की टेबल की दराज से करीब 400 ग्राम स्मैक का दूध मिला. उसे विस्तृत जांच के लिए भेजा गया है. पुलिस ने अफीम रखने के आरोपी और शांति भंग करने के मामले में गिरफ्तार किए गए मानसिंह एवं संजय को बुलाकर पूछताछ की. उन्होंने बताया कि वे अफीम के दूध को बेचने के लिए वकील पुजारी निवासी सोमला के घर गए थे.
30 हजार नगद लिए और 20 हजार खाते में ट्रांसफर करवाए
इसी दौरान पुलिस ने उनको पकड़ लिया और मोटरसाइकिल के साथ थाने ले आए. एनडीपीएस एक्ट के मुकदमे से बचाने के लिए सूरौठ थाना अधिकारी सैयद शरीफ अली ने उनसे 50 हजार रुपये में सौदा किया. उसके बाद 20 हजार रुपये थानाधिकारी के अपने परिचित व्यक्ति के मोबाइल में ट्रांसफर करवाए. 30 हजार रुपये थानाधिकारी शरीफ अली को नगद दिए. उसके बाद थाना अधिकारी ने उन्हें शांति भंग में गिरफ्तार करवा दिया और अफीम दूध को अपने पास रख लिया. कांटे पर तोलने पर अफीम के दूध का वजन 385 ग्राम पाया गया. उसमें से कुछ हिस्सा फॉरेंसिक जांच के लिए लेबोरेट्री भेजा गया है.
थानेदार का तर्क अफीम के दूध की परख नहीं हो पाई थी
बाद में इस मामले में थानाधिकारी सैयद शरीफ अली से जब डीएसपी ने पूछताछ की तो उसने बताया कि मानसिंह जाट और संजय यादव को उन्होंने शांतिभंग में गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपियों के पास यह पदार्थ मिला था. उसकी जांच परख के प्रयास किए, लेकिन परख नहीं होने के कारण उन्होंने उसे अपने चैम्बर की टेबल में रख लिया. लेकिन बाद में पूरे मामले का खुलासा हो जाने के बाद डीएसपी की ओर से थानाधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई.
पुलिस ने एसएचओ समेत दोनों आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया केस
उसके बाद पुलिस ने सूरौठ थाना अधिकारी सैयद शरीफ अली को गिरफ्तार कर लिया. वहीं अफीम दूध रखने के आरोपी मानसिंह जाटव संजय यादव के खिलाफ भी एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज उनको भी गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुटी है. मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध एवं सतर्कता रेंज कार्यालय भरतपुर प्रकाश चंद शर्मा की ओर की जा रही है.
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