होम /न्यूज /राजस्थान /सांड ने बुजुर्ग को सिंगों से उठाकर जोर से पटका, चेहरे के आर पार हुआ 1 सींग, बाईं आंख बाहर आई, मौत

सांड ने बुजुर्ग को सिंगों से उठाकर जोर से पटका, चेहरे के आर पार हुआ 1 सींग, बाईं आंख बाहर आई, मौत

बुजुर्ग ने सांड से बचने की कोशिश की और उसके दोनों सिंग पकड़ लिए. लेकिन सांड ने उन्हें उठाकर थोड़ी दूर फेंक दिया.

बुजुर्ग ने सांड से बचने की कोशिश की और उसके दोनों सिंग पकड़ लिए. लेकिन सांड ने उन्हें उठाकर थोड़ी दूर फेंक दिया.

Bull killed old man in Kota: कोटा में दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक सांड ने एक बुजुर्ग को इस कदर उठाक ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

कोचिंग सिटी कोटा में दिल को दहला देने वाली घटना
एक राहगीर ने बुजुर्ग को बचाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुआ
घटना के बाद स्थानीय वाशिंदों में नगर निगम के खिलाफ फैला जोरदार आक्रोश

कोटा. कोचिंग सिटी कोटा (Coaching City Kota) में एक बार फिर से दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक सांड (Bull) ने एक बुजुर्ग पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. सांड का सिंग बुजुर्ग के चेहरे के आर पार हो गया. इस दौरान एक राहगीर ने बुजुर्ग को सांड से बचाने की भी कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाया. बुजुर्ग के सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसकी मौत हो गई. घटना बाद वहां सनसनी फैल गई और आवारा पशुओं को लेकर लोगों का गुस्सा भड़क उठा. यह घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.

जानकारी के अनुसार घटना रविवार को कोटा के कैथूनीपोल थाना इलाके के साबरमती कॉलोनी में हुई. वहां कॉलोनी निवासी बुजुर्ग महेशचंद्र दिन में कहीं जा रहे थे. इसी दौरान वहां घूम रहे सांड ने उन पर हमला कर दिया. सांड ने बुजुर्ग को सींग ने उठाकर कई बार फेंका. इस दौरान वहां से गुजर रहे एक बाइक सवार ने पत्थर मारकर सांड को भगाने का प्रयास लेकिन तब तक वह अपना काम कर चुका था. बाद में घायल बुजुर्ग को हाथोंहाथ एक निजी अस्पताल में ले जाया गया. लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.

बुजुर्ग ने मुकाबला किया तो सांड ने उठाकर फेंक दिया
मृतक के पुत्र ने बताया कि नीचे गिरने के बाद पिता ने सांड से बचने की कोशिश की और उसके दोनों सिंग पकड़ लिए. लेकिन सांड ने उन्हें उठाकर थोड़ी दूर फेंक दिया. इससे सांड का सिंग उनके चेहरे के आर पार हो गया. बाईं आंख बाहर आ गई. गंभीर हेड इंजरी से उनकी मौत हो गई. घटना के बाद महेशचन्द्र के घर में कोहराम मच गया. वहीं स्थानीय वाशिंदों में आक्रोश व्याप्त हो गया.

राजस्थान की पहली पशुपालक आवास योजना कोटा में शुरू हुई है
उल्लेखनीय है कि राजस्थान की पहली पशुपालक आवास योजना बीते 19 जून को कोटा में शुरू की गई थी. करीब 300 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद 5 महीने बाद भी शहर की सड़कों पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा हुआ है. सड़कों पर पशु के नाम पर केवल गोवंश को पकड़ा जा रहा है. इस बारे में कोटा दक्षिण नगर निगम के महापौर राजीव अग्रवाल का कहना है कि मुख्य सड़क पर एक्सीडेंट का ज्यादा खतरा रहता है. निगम की टीम रोज मुख्य सड़क से 25 से 30 आवारा पशु पकड़ रही है.

कॉलोनी में जानवरों का हॉस्पिटल भी है
बकौल महापौर हादसे के बाद कॉलोनी के आवारा पशुओं को पकड़ने के निर्देश दिए गए हैं. इस वार्ड में एक और समस्या है. यहां जानवरों का हॉस्पिटल भी है. लिहाजा लोग बीमार पशुओं को भी यहीं छोड़कर चले जाते हैं. वे पशु कॉलोनी में ही घूमते रहते हैं. मृतक के परिजनों को नियमानुसार राज्य सरकार की मदद से आर्थिक सहायता दिलाने के प्रयास किए जाएंगे. इसके लिए जिला कलेक्टर को लेटर लिखा है.

Tags: Big accident, Bull Attack, Kota news, Rajasthan news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें