Christmas-Day: कोटा में चर्च में नहीं होंगे बड़े आयोजन, ऐप के जरिये जुड़ सकेंगे प्रार्थना सभा से

कोरोना गाइडलाइन की पालना के लिये समाज के लोगों से अपील की गई है. (सांकेतिक तस्वीर)
Christmas Day: कोटा में इस बार क्रिसमस डे पर चर्च में कोई बड़ा आयोजन नहीं किया जायेगा. प्रार्थना सभा (Prayer meeting) में ईसाई समुदाय के लोग ऐप (App) के माध्यम से जुड़ सकेंगे.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: December 25, 2020, 9:08 AM IST
कोटा. कोचिंग सिटी कोटा में क्रिसमस-डे (Christmas Day) के मौके पर कोरोना महामारी (COVID-19) के चलते चर्च में ऐसा कोई आयोजन नहीं किया जायेगा जिसमें भीड़ जमा हो. क्रिसमस-डे पर होने वाली मुख्य प्रार्थना सभा में भी चर्च के पदाधिकारी एवं चुनिंदा लोग ही शामिल होंगे. शेष समाज के लोग ऑनलाइन (Online) माध्यम से प्रार्थना सभा का हिस्सा बनेंगे. इसके लिये एक ऐप (App) तैयार किया गया है. उसके माध्यम से लोग इस प्रार्थना सभा से जुड़ सकेंगे. यही नहीं इस साल कोरोल सांग्स भी वर्चुअल मोड पर किया गया है.
इस बार अन्य त्योहारों की तरह क्रिसमस पर भी कोरोना महामारी का असर रहेगा. कोरोना गाइडलाइन के चलते क्रिसमस के आयोजन घरों तक ही सीमित रहेंगे. राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करते हुये ही इसे मनाया जायेगा. इससे ईसाई समुदाय के लोगों में मायूसी जरुरी दिखाई दे रही है, लेकिन कोरोना को लेकर वे सतर्क भी दिखाई दे रहे हैं.
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क्रिसमस की खुशियां फीकी पड़ गईं
क्रिसमस की खरीदारी करने पहुंची रीता ने बताया कि इस साल कोरोना महामारी के चलते क्रिसमस की खुशियां फीकी पड़ गई हैं. अब एक दूसरे के घरों पर जाकर क्रिसमस की बधाइयां नहीं दी जा सकेंगी. घर पर ही परिवार के लोग मिलकर क्रिसमस मनाएंगे. वही सीएनआई चर्च के सचिव संदीप पाल ने बताया क्रिसमस पर होने वाली मुख्य प्रार्थना सभा में सिर्फ चुनिंदा लोग शरीक होंगे. कोटा शहर में रहने वाले ईसाई समाज और अन्य समाजों के लोग वर्चुअल माध्यम से मुख्य प्रार्थना सभा से जुड़ सकते हैं. इसके लिए एक ऐप बनाया गया है. इसकी सूचना सभी को कर दी गई है. कोरोना की गाइड लाइन की पालना के लिये समाज के लोगों से अपील की गई है. वो इस साल ईसा मसीह का शिक्षा का संदेश कोरोना महामारी के चलते गाइडलाइन की पालना मुस्तैदी से करके ही दें.
सांता क्लॉज भी इस साल बाजारों में नजर नहीं आ रहे हैं
ईसा मसीह का संदेश शहरवासियों तक पहुंचाने वाले सांता क्लॉज भी इस साल बाजारों में नजर नहीं आ रहे हैं. खासकर बच्चों में इस बात को लेकर काफी मायूसी है. लेकिन वे परिवार के सदस्यों के साथ ही क्रिसमस का पर्व धूमधाम के साथ मनाने की तैयारियों में जुटे हैं.
इस बार अन्य त्योहारों की तरह क्रिसमस पर भी कोरोना महामारी का असर रहेगा. कोरोना गाइडलाइन के चलते क्रिसमस के आयोजन घरों तक ही सीमित रहेंगे. राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करते हुये ही इसे मनाया जायेगा. इससे ईसाई समुदाय के लोगों में मायूसी जरुरी दिखाई दे रही है, लेकिन कोरोना को लेकर वे सतर्क भी दिखाई दे रहे हैं.
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क्रिसमस की खरीदारी करने पहुंची रीता ने बताया कि इस साल कोरोना महामारी के चलते क्रिसमस की खुशियां फीकी पड़ गई हैं. अब एक दूसरे के घरों पर जाकर क्रिसमस की बधाइयां नहीं दी जा सकेंगी. घर पर ही परिवार के लोग मिलकर क्रिसमस मनाएंगे. वही सीएनआई चर्च के सचिव संदीप पाल ने बताया क्रिसमस पर होने वाली मुख्य प्रार्थना सभा में सिर्फ चुनिंदा लोग शरीक होंगे. कोटा शहर में रहने वाले ईसाई समाज और अन्य समाजों के लोग वर्चुअल माध्यम से मुख्य प्रार्थना सभा से जुड़ सकते हैं. इसके लिए एक ऐप बनाया गया है. इसकी सूचना सभी को कर दी गई है. कोरोना की गाइड लाइन की पालना के लिये समाज के लोगों से अपील की गई है. वो इस साल ईसा मसीह का शिक्षा का संदेश कोरोना महामारी के चलते गाइडलाइन की पालना मुस्तैदी से करके ही दें.
सांता क्लॉज भी इस साल बाजारों में नजर नहीं आ रहे हैं
ईसा मसीह का संदेश शहरवासियों तक पहुंचाने वाले सांता क्लॉज भी इस साल बाजारों में नजर नहीं आ रहे हैं. खासकर बच्चों में इस बात को लेकर काफी मायूसी है. लेकिन वे परिवार के सदस्यों के साथ ही क्रिसमस का पर्व धूमधाम के साथ मनाने की तैयारियों में जुटे हैं.