रिपोर्ट: शक्ति सिंह
कोटा. राजस्थान के कोटा में ऐसा स्टार्टअप शुरू हुआ है, जहां कबाड़ हो चुकी गाड़ियों को इलेक्ट्रिक व्हीकल में कन्वर्ट किया जाता है. इस स्टार्ट अप को शुरू किया है कोटा में रहने वाले और यूपी के मूल निवासी वीरेंद्र शुक्ला, जिसका नाम है गियर-ईवी. वीरेंद्र शुक्ला बताते हैं कि बचपन से ही उन्हें पढ़ाई से ज्यादा मशीनों के कलपुर्जे खोलने का शौक था. घर की आर्थिक स्थिति सही ना होने के कारण वे पढ़ाई के साथ—साथ बाइक रिपेयरिंग का काम भी करते थे. इसी दौरान प्रयोग करते—करते उन्होंने पुरानी बाइक, कार आदि को ईवी में तब्दील करने का हुनर सीखा
आईआईटी कानपुर ने दिया सर्टिफिकेट
उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी 12वीं पास वीरेंद्र शुक्ला बताते हैं कि उन्हें नए-नए इनोवेशन करने का शौक है. इसी कड़ी में वर्ष 2016 में उन्होंने पुराने वाहनों को इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट करने का काम शुरू कर दिया, अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए उन्होंने यूपी सरकार से मदद मांगी थी. जिसके बाद यूपी गवर्नमेंट ने उनके इनोवेशन को आईआईटी कानपुर में टेस्ट कराया था. आईआईटी कानपुर ने भी इस इनोवेशन को भविष्य के लिए बहुत अच्छा बताया था. जिसके बाद यूपी सरकार ने वर्ष 2019 में iit-bhu को इनोवेशन को प्रोटोटाइप बनाने के लिए ₹65,0000 का फंड दिया था.
शुरुआत में नहीं मिली आर्थिक ममद
प्रोटोटाइप बनने के बाद उत्तर प्रदेश के कई बड़े उद्योगपतियों से मुलाकात की और अपने इनोवेशन में पैसा लगाने के लिए निवेदन किया. लेकिन उत्तर प्रदेश में किसी भी उद्योगपति ने इनकी मदद नहीं की. वीरेंद्र अपने इलेक्ट्रिक बाइक-स्कूटर के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर डालकर लोगों से उनके इनोवेशन में पैसा लगाने के लिए निवेदन करते थे.राजस्थान के कोटा निवासी प्रोफ़ेसर घनश्याम चौरसिया जो कि मुंबई के भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र से रिटायर्ड साइंटिस्ट हैं, उन्होंने वीरेंद्र को कोटा बुला लिया और स्टार्टअप शुरू करने के लिए ₹2 लाख का दे दिए. उन्होंने राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी कोटा के पासआउट स्टूडेंट्स से मिलवाया और पुराने वाहनों को इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट करने का काम शुरू कर दिया, जिसके बाद स्टार्टअप को बड़ा स्वरूप देने के लिए और फंड की आवश्यकता पड़ी तो कोटा के बड़े उद्योगपति ने 25,00000 रुपए का फंड दे दिया.
वीरेंद्र शुक्ला ने बताया कि कम रेट में हर शख्स को इलेक्ट्रिक व्हीकल दे सकें. इसी पर काम करना शुरू किया. पहले अलग-अलग डिजाइन कर e-cycle बनाई. फिर उसके बाद शुरू किया पुराने पेट्रोल व्हीकल को इलेक्ट्रिक व्हीकल में कन्वर्ट करना. कबाड़ हो चुके पेट्रोलमोटरसाइकिल और स्कूटी को वह इलेक्ट्रिकल चार्जिंग बाइक में कन्वर्ट कर देते हैं. स्कूटी का इंजन हटाकर नया फाउंडेशन तैयार कर वहां लिथियम बैटरी और भी लगने वाले सामान लगाते हैं.मोटरसाइकिल को पेट्रोल और इलेक्ट्रिक दोनों तरह से चले इस तरह की बनाते हैं. स्कूटी को सिर्फ इलेक्ट्रिक चार्जिंग के रूप में ही तैयार करते हैं. गियर-ईवी का वर्कशॉप कोटा के अनंतपुरा क्षेत्र में स्थित है. वीरेंद्र शुक्ला से इन मोबाइल नंबर 9454009819 पर संपर्क किया जा सकता है.
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