कोटा में धूमधाम से दी जा रही है गणपति को विदाई

गणपति की पूजा करते श्रद्धालु
राजस्थान के कोटा में भी गणपति महोत्सव की धूम मची हुई है. लोग सुबह से गणपति को विदाई देने की तैयारियों में जुटे हैं. पूरा कोटा शहर ‘गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ’ के जयकारों से गूंज रहा है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: September 23, 2018, 8:31 AM IST
देशभर में दस दिनों तक चलने वाले गणेश चतुर्थी पर्व का रविवार को अंतिम दिन है. रविवार सुबह पूजा करने के बाद से ही बप्पा को विसर्जन के लिए तैयार किया जा रहा है.
राजस्थान के कोटा में भी गणपति महोत्सव की धूम मची हुई है. लोग सुबह से गणपति को विदाई देने की तैयारियों में जुटे हैं. पूरा कोटा शहर ‘गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ’ के जयकारों से गूंज रहा है.
गणेश चतुर्थी के दस दिन के पर्व पर कोटा शहर के विभिन्न इलाकों में सजे गणपति पांडालों में भगवान गणेश के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. विसर्जन के दिन नाचते-गाते और गुलाल उड़ाते हुए लोग गणपति को पूरे शहर में घुमाते हैं. साथ ही तरह-तरह की झाकियां भी निकाली जाती हैं. इस बार कई पूजा मंडलों ने पर्यावरण व जल प्रदूषण का खास ध्यान रखते हुए ईको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं स्थापित की हैं.
यह भी पढे़ं- बीजेपी अध्यक्ष शाह का राजस्थान दौरा, आज भरतपुर व कोटा संभाग में देंगे जीत का मंत्रपुराने व नए शहर में हर साल गणेश चतुर्थी का जुलूस बड़ी धूमधाम से निकाला जाता है. गणेश प्रतिमाओं का विर्सजन किशोरसागर तालाब और भीतरिया कुंड स्थित चंबल नदी में किया जाता है. इसलिए किशोरसागर तालाब और भीतरिया कुंड की ओर जाने वाले रास्तों को दुल्हन की तरह सजाया गया है. इसके साथ ही जगह-जगह स्वागत द्वार भी बनाए गए हैं.
श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का समना नहीं करना पड़े इसलिए प्रशासन और पुलिस ने भी अपनी कमर कस ली है. जुलूस मार्ग पर 2000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. इसके अलावा 100 से ज्यादा पुलिस अधिकारी भी जुलूस मार्ग पर नजर बनाए हुए हैं. सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से जुलूस के सुरक्षा की निगरानी की जा रही है.
यह भी पढ़ें- मानवेन्द्र सिंह ने छोड़ी BJP, लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, कहा-कमल का फूल, मेरी भूल
(कोटा से अर्जुन अरविंद की रिपोर्ट)
राजस्थान के कोटा में भी गणपति महोत्सव की धूम मची हुई है. लोग सुबह से गणपति को विदाई देने की तैयारियों में जुटे हैं. पूरा कोटा शहर ‘गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ’ के जयकारों से गूंज रहा है.
गणेश चतुर्थी के दस दिन के पर्व पर कोटा शहर के विभिन्न इलाकों में सजे गणपति पांडालों में भगवान गणेश के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. विसर्जन के दिन नाचते-गाते और गुलाल उड़ाते हुए लोग गणपति को पूरे शहर में घुमाते हैं. साथ ही तरह-तरह की झाकियां भी निकाली जाती हैं. इस बार कई पूजा मंडलों ने पर्यावरण व जल प्रदूषण का खास ध्यान रखते हुए ईको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं स्थापित की हैं.
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श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का समना नहीं करना पड़े इसलिए प्रशासन और पुलिस ने भी अपनी कमर कस ली है. जुलूस मार्ग पर 2000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. इसके अलावा 100 से ज्यादा पुलिस अधिकारी भी जुलूस मार्ग पर नजर बनाए हुए हैं. सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से जुलूस के सुरक्षा की निगरानी की जा रही है.
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(कोटा से अर्जुन अरविंद की रिपोर्ट)