Kota: मुकुंदरा टाइगर रिजर्व का बाघ एमटी-1 और बाघिन एमटी-4 हुये लापता, ढूंढने वाले को वन विभाग देगा इनाम

बाघिन एमटी-4 के बारे में पुख्ता साक्ष्य देने पर पारितोषिक दिया जाएगा.
हाड़ौती के मुकुंदरा टाइगर रिजर्व (Mukundra Tiger Reserve) का बाघ एमटी-1 और बाघिन एमटी-4 गत 15 दिनों से लापता (Missing) है. वन विभाग ने बाघिन एमटी-4 की सूचना देने वाले को पुरस्कृत (Reward) करने की घोषणा की है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: September 4, 2020, 4:36 PM IST
कोटा. राजस्थान के तीसरे मुकुंदरा टाइगर रिजर्व (Mukundra Tiger Reserve) में गत 15 दिनों से ज्यादा समय से बाघ एमटी-1 और बाघिन एमटी-4 का कुछ पता (Missing) नहीं चल पा रहा है. पिछले 3 दिनों से चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में डेरा डाल रखा है. बाघ-बाघिन का कोई सुराग (clue) नहीं लग पाने और कोई साक्ष्य नहीं मिलने के कारण वन विभाग (Forest department) की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में अब चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम ने एमटी-4 बाघिन का पता बताने वाले ग्रामीणों को इनाम (Reward) देने की घोषणा की है.
बाघिन एमटी-4 रिजर्व के खुले एरिया में विचरण कर रही है
जानकारी के अनुसार लापता बाघिन एमटी-4 रिजर्व के खुले एरिया में विचरण कर रही है, जबकि बाघ एमटी-1 दर्रा रेंज में बने 82 वर्ग स्क्वायर किलोमीटर के एनक्लोजर में विचरण कर रहा है. वन विभाग ने बाघ- बाघिन को तलाश करने के लिए टाइगर रिजर्व की सभी छह रेंज का स्टाफ और रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के 5 एक्सपर्ट ट्रैकर्स को ट्रैकिंग पर लगा रखा है. कई जगह ट्रैप कैमरे लगाए हुए हैं. बाघ-बाघिन की तलाश के लिए ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जा रही है.
वेतन कटौती के बाद गहलोत सरकार का कर्मचारियों को एक और झटका, अब पेड लीव पर भुगतान नहींटाइगर ट्रैकिंग रिपोर्ट की समीक्षा की गई
मुकुंदरा टाइगर रिजर्व के उप वन संरक्षक बीजो जॉय के मुताबिक उन्होंने चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम तोमर और मुकुंदरा के फील्ड डायरेक्टर एस आर यादव के साथ मुकुंदरा की दर्रा और गागरोन रेंज के एनक्लोजर, मसालपुरा और नारायणपुरा वन क्षेत्र का निरीक्षण किया था. गुरुवार को भारी बरसात होने के कारण ट्रेकिंग प्रभावित हुई. एनक्लोजर क्षेत्र की पूरी फेंसिंग चेक करवाई गई. 4 स्थानों पर क्षतिग्रस्त फेंसिंग में सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त पाई गई. मुकुंदरा की टाइगर ट्रैकिंग रिपोर्ट की समीक्षा की गई, लेकिन अभी तक बाघ और बाघिन का पता नहीं चल पाया है.
Rajasthan: गहलोत सरकार के खजाने की क्यों बिगड़ी सेहत ? यहां पढ़ें पूरी इनसाइड स्टोरी
पुख्ता साक्ष्य देने पर पारितोषिक दिया जायेगा
अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि वर्ष 2019 अगस्त माह में बाघ एमटी-1 और बाघिन एमटी-4 के डायरेक्ट साइटिंग कैमरा ट्रैप साक्ष्य 24 दिनों और 28 दिनों के बाद मिले थे. उपवन संरक्षक जॉय ने कहा कि चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने मॉनिटरिंग टीम को सघन ट्रैकिंग व अन्य उपाय करने हेतु निर्देशित किया गया है. स्टाफ को निर्देशित किया गया कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बाघिन एमटी-4 के बारे में पुख्ता साक्ष्य देने पर उन्हें पारितोषिक दिया जाए.
बाघिन एमटी-4 रिजर्व के खुले एरिया में विचरण कर रही है
जानकारी के अनुसार लापता बाघिन एमटी-4 रिजर्व के खुले एरिया में विचरण कर रही है, जबकि बाघ एमटी-1 दर्रा रेंज में बने 82 वर्ग स्क्वायर किलोमीटर के एनक्लोजर में विचरण कर रहा है. वन विभाग ने बाघ- बाघिन को तलाश करने के लिए टाइगर रिजर्व की सभी छह रेंज का स्टाफ और रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के 5 एक्सपर्ट ट्रैकर्स को ट्रैकिंग पर लगा रखा है. कई जगह ट्रैप कैमरे लगाए हुए हैं. बाघ-बाघिन की तलाश के लिए ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जा रही है.
वेतन कटौती के बाद गहलोत सरकार का कर्मचारियों को एक और झटका, अब पेड लीव पर भुगतान नहींटाइगर ट्रैकिंग रिपोर्ट की समीक्षा की गई
Rajasthan: गहलोत सरकार के खजाने की क्यों बिगड़ी सेहत ? यहां पढ़ें पूरी इनसाइड स्टोरी
पुख्ता साक्ष्य देने पर पारितोषिक दिया जायेगा
अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि वर्ष 2019 अगस्त माह में बाघ एमटी-1 और बाघिन एमटी-4 के डायरेक्ट साइटिंग कैमरा ट्रैप साक्ष्य 24 दिनों और 28 दिनों के बाद मिले थे. उपवन संरक्षक जॉय ने कहा कि चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने मॉनिटरिंग टीम को सघन ट्रैकिंग व अन्य उपाय करने हेतु निर्देशित किया गया है. स्टाफ को निर्देशित किया गया कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बाघिन एमटी-4 के बारे में पुख्ता साक्ष्य देने पर उन्हें पारितोषिक दिया जाए.