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Women Success Story: फूड प्रोसेसिंग प्रशिक्षण से 9वीं पास मीनाक्षी की चमकी किस्मत, अब सालाना कमाती हैं लाखों

नौवीं कक्षा तक पढ़ी-लिखी मीनाक्षी सैनी ने बताया कि वर्ष 2019 में उन्होंने कोटा कृषि विज्ञान केंद्र से फूड प्रोसेसिंग की ...अधिक पढ़ें

    शक्ति सिंह

    कोटा. राजस्थान के कोटा की रहने वाली मीनाक्षी सैनी अपनी मेहनत और लगन के बदौलत सफल बिजनेसवूमन हैं. वो आंवले से बनने वाले उत्पाद बनाती हैं और उन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों में भेजती हैं. इससे उन्हें सालाना लाखों की आय होती है. मीनाक्षी कुछ समय पहले तक एक आम गृहिणी थी और घर के कार्यों में ही व्यस्त रहती थी. लेकिन, कोटा के कृषि विज्ञान केंद्र की एक ट्रेनिंग ने उनकी जिंदगी बदल दी. कोटा कृषि विज्ञान केंद्र में महिलाओं को फूड प्रोसेसिंग की नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जाती है. मीनाक्षी ने यहां से प्रशिक्षण लेकर अपने बिजनेसवूमन बनने का सफर शुरू किया है.

    महज नौवीं कक्षा तक पढ़ी-लिखी मीनाक्षी बताती हैं कि उन्होंने अपनी मेहनत के बलबूते आंवले की प्रोसेसिंग का काम शुरू किया है. उनके पति एक प्राइवेट जॉब करते हैं. वो कहती हैं कि कृषि विज्ञान केंद्र में ट्रेनिंग लेने के बाद उन्होंने बहुत मामूली रकम से अपना बिजनेस शुरू किया था. मगर अब उनका सालाना टर्नओवर लगभग 12 लाख रुपये का हो गया है.

    मीनाक्षी सैनी ने इस तरह की शुरुआत

    मीनाक्षी ने बताया कि वर्ष 2019 में उन्होंने कोटा कृषि विज्ञान केंद्र से फूड प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग ली और फिर 15,000 से 20,000 रुपये के निवेश से आंवले की प्रोसेसिंग शुरू की. इसके बाद, उन्होंने आंवले के कई तरह के प्रोडक्ट बनाने शुरू किए. बाजार से आंवले के बने उत्पादों को अच्छी प्रतिक्रिया मिलने लगी, और ग्राहकों की ओर भी डिमांड आने लगी. इसके बाद मीनाक्षी आंवले से कई तरह के उत्पाद तैयार करने लगीं. लगातार बढ़ती हुई मांग को देखते हुए उन्होंने सीधा किसानों से आंवला लेना शुरू किया.

    कई तरह के प्रोडेक्ट बनाती हैं मीनाक्षी

    मीनाक्षी बताती हैं कि वो आंवला कैंडी, आंवला अचार, आंवला सुपारी, आमला पाउडर, आमला जूस, आंवला मुरब्बा, आंवले के लड्डू समेत आंवला के अन्य प्रोडक्ट बनाती हैं. उन्होंने अपने घर पर ही मशीनें लगाई हुई हैं. यह सभी प्रोडक्ट वो घर पर ही तैयार करती हैं. मीनाक्षी बताती हैं कि उनके साथ 20 से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं. वो कई महिलाओं को फूड प्रोसेसिंग प्रशिक्षण के बारे में भी बताती हैं.

    कोटा कृषि विज्ञान केंद्र की गुंजन सनाढ्य ने बताया कि कोटा में हर जगह आंवले उत्पादन होता है. हम कृषि विज्ञान केंद्र में आंवले से उत्पाद बनाने की नि:शुल्क ट्रेनिंग देते हैं. आंवले से अलग-अलग तरह के उत्पाद बना सकते हैं. अब तक 3,000 से अधिक महिलाओं को कृषि विज्ञान केंद्र पर फूड प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग दी जा चुकी है. अगर किसी भी महिला को फूड प्रोसेसिंग सी ट्रेनिंग लेनी हो वो कोटा कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क कर सकती हैं.

    Tags: Kota news, Rajasthan news in hindi, Womens Success Story

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