रिपोर्ट- मुकुल परिहार
जोधपुर. आपने वीआईपी ट्रीटमेंट के बारे में तो सुना ही होगा, लेकिन जोधपुर में इस बार वीआईपी ट्रीटमेंट किसी इंसान को नहीं बल्कि वन्यजीवों को दिया जा रहा है. जोधपुर के माचिया बायोलॉजिकल पार्क में सभी प्रकार के छोटे और बड़े वन्यजीवों को सर्दी से बचाने के लिए वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. साथ ही उनके डाइट चार्ट में भी वीआईपी मील दिया जा रहा है. प्रदेश के अन्य जिलों की तरह सूर्यनगरी जोधपुर में हर वर्ष ठंड के कहर से बचने के लिए जहां लोगों ने गर्म कपडे पहनने और अलाव इत्यादि का सहारा ले रहे हैं. तो वहीं दूसरी ओर माचिया बायोलॉजिकल पार्क में भी रहने वाली वाइल्ड लाइफ को भी सर्दी से बचाने के लिए माचिया बायोलॉजिकल पार्क प्रशासन की ओर से विशेष रूप से इंतजाम किए गए हैं.
बायोलॉजिकल पार्क में लायन, टाइगर, लेपर्ड, जैसे बड़े वन्यजीवों के लिए एनक्लोजर में हीटर आदि लगाए गए हैं. ताकि उनको सर्दी से बचाया जा सके. ठंड में वन्यजीव बीमार नहीं हो, इसके लिए जोधपुर के माचिया पार्क में प्रशासन ने इन वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए खास इंतजाम करने के साथ ही इनकी डाइट मेन्यू में भी बड़ा बदलाव किया है. ताकि इन वन्यजीवों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे और इस ठंड में भी वह बीमार नहीं हो.
यह कहना है इनका
जोधपुर के माचिया बायोलॉजिकल पार्क में कार्यरत वन्यजीव चिकित्सा अधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश का कहना है कि जो मांसाहारी वन्य जीव हैं, उनके डाइट में बदलाव किया जाता है. पहले की डाइट के मुकाबले अब उनके डाइट में दो से चार किलो ज्यादा मीट बढा दिया गया है. साथ ही यह डिपेंड भी करता है कि कल कितना मीट उन्होने खाया. उस हिसाब से भी बदलाव किया जाता है. साथ ही शाकाहारी वन्यजीवों के डाइट में कुछ विशेष बदलाव नही किया जाता.
इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ही यह हो रहा नवाचार
माचिया बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों की इम्यूनिटी बढ़ाने के उन्हें पोषण युक्त व गर्म तासीर की डाइट दी जा रही है. ताकि शीत लहर से उनको बचाया जा सके. साथ ही शाकाहारी वन्यजीवों के लिए बांस की चटाई और फाइबर की सीट दिया जा रहा है. शाकाहारी वन्य जीवों को लहसुन सहित अन्य गर्म डाइट दी जा रही है, ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े.
हर वर्ष दिया जाता है वीआईपी ट्रीटमेंट
जोधपुर के माचिया बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों को हर वर्ष सर्दी की शुरुआत के साथ ही यह वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता है. जहां मार्च के बाद गर्मी की शुरुआत के साथ ही उसमें मौसम के अनुरूप बदलाव भी किया जाता है. उनकी डाइट चार्ट में बदलाव कर वन्यजीवों को मौसम के अनुरूप खानपान दिया जाता है.
.
Tags: Jodhpur News, Rajasthan news
World Environment Day: बॉलीवुड के 5 सितारे पर्यावरण को लेकर फैला रहे जागरुकता, लोगों को दे रहे खास मैसेज
ऑस्ट्रेलिया के लिए काल बनेंगे 4 खूंखार खिलाड़ी, BCCI ने WTC Final से पहले शेयर तस्वीर, दिखा चुके हैं विकराल रूप
Weird Job: बिना कुछ किए मोटी सैलरी लेती है लड़की! ऑफिस जाती तो है लेकिन सिर्फ टाइमपास करने ...