डॉक्टर के तबादले के विरोध में उतरा आमजन, नागौर में विरोध प्रदर्शन

राजस्थान के एक डॉक्टर के तलाबदले को लेकर आमजन विरोध पर उतर आया है.
राजस्थान के एक डॉक्टर के तलाबदले को लेकर आमजन विरोध पर उतर आया है.
- ETV Rajasthan
- Last Updated: October 17, 2017, 5:03 PM IST
राजस्थान के नागौर जिला मुख्यालय पर एक डॉक्टर के तलाबदले को लेकर मंगलवार को लोग विरोध पर उतर आए. मामला जेएलएन अस्पताल के फिजिशियन डॉक्टर सुरेंद्र भाकल के तबादले से जुड़ा है.
इसी सिलसिले में मंगलवार को बड़ी संख्या में शहर और गांवों के आम लोग संगठित होकर नागौर के जेएलएन अस्पताल पहुंचे. अस्पताल पहुंचे लोगों ने डॉ. सुरेंद्र भाकल के समर्थन में नारेबाजी की और तबादला निरस्त करने की मांग की.
लोगों ने कहा कि डॉ. सुरेंद्र भाकल के तबादले से अस्पताल की व्यवस्थाएं पूरी तरह प्रभावित हो जाएंगी. लोगों ने सुरेंद्र भाकल के समर्थन में जमकर नारेबाजी की और तबादला निरस्त करने की मांग को लेकर पीएमए अपूर्व कौशिक को मांगपत्र सौंपा. इस दौरान कहा कि अगर तबादला निरस्त नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा. किसी डॉक्टर के समर्थन में नागौर में पहली बार आम लोगों व मरीजों ने प्रदर्शन किया है.
जेएलएन अस्पताल पहुंचे रामेश्वर सांगवा ने कहा कि डॉक्टरों का तबादला करके सरकार नागौर के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. इससे नागौर के मरीजों को परेशानी होगी और समय पर ईलाज नहीं मिलेगा. रामेश्वर सांगवा ने कहा कि डॉक्टर के तबादले से छोटी बीमारियों के इलाज भी नहीं हो पाएंगे. अस्पताल के एक मात्र फिजिशियन डॉ. सुरेंद्र भाकल मरीजों के इलाज को लेकर भी गंभीर रहते हैं. लोगों ने कहा कि डॉक्टर सुरेंद्र भाकल व्यवहार कुशल हैं और मरीजों के साथ उनका रवैया भी सकारात्मक रहता है. सरकार डॉक्टरों का तबादला निरस्त कर राहत पहुंचाए.
इसी सिलसिले में मंगलवार को बड़ी संख्या में शहर और गांवों के आम लोग संगठित होकर नागौर के जेएलएन अस्पताल पहुंचे. अस्पताल पहुंचे लोगों ने डॉ. सुरेंद्र भाकल के समर्थन में नारेबाजी की और तबादला निरस्त करने की मांग की.
लोगों ने कहा कि डॉ. सुरेंद्र भाकल के तबादले से अस्पताल की व्यवस्थाएं पूरी तरह प्रभावित हो जाएंगी. लोगों ने सुरेंद्र भाकल के समर्थन में जमकर नारेबाजी की और तबादला निरस्त करने की मांग को लेकर पीएमए अपूर्व कौशिक को मांगपत्र सौंपा. इस दौरान कहा कि अगर तबादला निरस्त नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा. किसी डॉक्टर के समर्थन में नागौर में पहली बार आम लोगों व मरीजों ने प्रदर्शन किया है.