कोविड 19 महामारी के चलते स्थगित परीक्षाओं को लेकर राज्य के उच्च शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला किया हैं. फैसले के तहत, सरकार ने 16 अप्रैल से 31 मई तक सभी राजकीय और गैर राजकीय महाविद्यालय में ग्रीष्म अवकाश की घोषणा कर दी हैं. स्थगित की गई परीक्षाओं को जून में कराने का फैसला किया है. प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में में भी इसी तरह निर्णय लागू किए जा सकेंगे.
कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते सरकार ने विश्वविद्यालयों मे पढाई और परीक्षाएं आगामी आदेशों तक स्थगित रखने का निर्णय लिया था. इसके बाद यूनिवर्सिटीज की परीक्षाओं के मामले में आरयू के कुलपति प्रोफेसर आर. के. कोठारी के संयोजन में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई. समिति ने अपनी रिपोर्ट कल राज्य सरकार को सौंप दी थी.
इस समिति की सिफारिशों के आधार पर छात्र हित में राज्य सरकार ने निर्णय लेते हुए कहा कि स्थगित परीक्षाओं के शीघ्र आयोजन फिलहाल कोई संभावनाएं नजर नहीं आ रही हैं. उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी के मुताबिक कोरोना संकट के दौरान 16 अप्रैल से 31 मई तक सभी सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में ग्रीष्मावकाश अवकाश घोषित किया गया है.
सरकार के अनुसार, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की फाइनल इयर की परीक्षाओं का आयोजन जून के पहले सप्ताह में होगा. वहीं ग्रेजुएशन प्रथम वर्ष और पोस्ट ग्रेजुएशन प्रीवियस की वार्षिक और सैमेस्टर सहित अन्य परीक्षाएं 15 जून के बाद आयोजित की जाएगी. प्रायोगात्मक परीक्षाएं भी मुख्य परीक्षा के साथ या उसके तुरंत बाद कराई जाएगी. परीक्षाओं के परिणाम भी जल्द घोषित किए जाएंगे. इसके लिए उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के काम में तेजी लाई जाएगी.
योजना है कि सब कुछ ठीक रहता है तो नया एकेडमिक सेशन एक जून से शुरू किया जायेगा. ग्रेजुएशन में दाखिले के लिए 12 वीं उत्तीर्ण की योग्यात है, लिहाजा इनमें एडमिशन के लिए प्रवेश प्रक्रिया 15 जून या 12 वीं बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम जारी होने के बाद शुरू कर दी जाएगी. परीक्षा परिणाम में देरी पर ग्रेजुएशन फर्स्ट और सेकेंड ईयर की कक्षाएं अस्थाई प्रवेश देकर शुरू कर दी जाएंगी.
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FIRST PUBLISHED : April 12, 2020, 23:34 IST