राजस्थान (Rajasthan) में इन दिनों निकाय चुनाव (Body election) के लिए प्रचार कर रहे नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) गहलोत सरकार के गिरने का दावा कर रहे हैं. कटारिया अपने निकाय चुनाव प्रचार के दौरान सचिन पायलट (Sachin Pilot) के प्रचि सहानुभूति भरे बयान दे रहे हैं. वास्तव में गहलोत और पायलट के बीच रिश्ते तल्ख हो या नहीं इस तरह के बयान देकर बीजेपी नेता राज्य के सियासी पारे के बढ़ा रहे हैं.
गुलाबचंद कटारिया ने उदयपुर संभाग के विभिन्न जिलों में प्रचार के दौरान दावा किया कि राजस्थान कांग्रेस में घमासान चल रहा है. उनका दावा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तनातनी के चलते मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही यह सरकार गिर जाएगी. कटारिया ने सचिन पायलट के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए कहा कि जिस व्यक्ति के दम पर कांग्रेस 21 सीटों से बढ़कर सरकार बनाने तक पहुंची उसे ही कांग्रेस ने किनारे कर दिया. इसी के चलते राजस्थान कांग्रेस में स्थिति बिगड़ती जा रही है.
कटारिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बने हुए 2 साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है. लेकिन, विकास के नाम पर राज्य में एक भी काम नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसे में विधानसभा के बजट सत्र में बीजेपी के विधायक सरकार की कार्यशैली का विरोध करेंगे. ताकि प्रदेश में विकास कार्य शुरू हो सकें. कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 9 महीने से कांच के कमरे में बैठकर कोरोना- कोरोना कर रहे हैं. जबकि कोरोना पर अंकुश लगाने का काम केंद्र सरकार ने किया है. प्रदेश की सरकार के नुमाइंदे तो बस ट्रांसफर उद्योग में व्यस्त हैं.
कांग्रेस में आतंरिक कलह की बात करते हुए कटारिया ने बीजेपी के अंदर किसी भी तरह की गुटबाजी को भी सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में सब एक मत हैं. 2023 में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर भी कटारिया ने अपनी बात रखी और कहा कि हमारी पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई लड़ाई नहीं है. 2023 चुनाव में बीजेपी मुख्यमंत्री पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगा.
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FIRST PUBLISHED : January 25, 2021, 19:57 IST