शहर के जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर आरपी गुप्ता ने 'बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ' (Beti Bachao-Beti Padhao) का एक बड़ा और ऐतिहासिक अनुकरणीय उदाहरण लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया. डॉक्टर ने 7 निर्धन कन्याओं (Seven Poor Bride) का गाजों बाजों के साथ सामूहिक विवाह (Mass Marriage) करा कर समाज में एक अनूठी मिसाल पेश की. विभिन्न जाति समाज की 7 निर्धन कन्याओं को डॉक्टर आरपी गुप्ता ने चिह्नित किया और आलनपुर इलाके के पैराडाइज मैरिज गार्डन में इन कन्याओं का सामूहिक रूप से विवाह कराया. गाजों बाजों के साथ दूल्हा-दुल्हन की निकासी निकाली गई. इसमें गुजराती बाराती पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए. इसके बाद फेरे की रस्म अदा कर सातों दूल्हा-दुल्हन एक दूसरे के हमसफर बन गए.
डॉक्टर आरपी गुप्ता ने विवाह का पूरा खर्च वहन करते हुए सभी वधुओं का कन्यादान किया. सामूहिक विवाह सम्मेलन के इस कार्यक्रम में व्यवस्थाओं का कुछ जिम्मा भारत विकास परिषद ने भी संभाला, लेकिन अधिकतर दारोमदार डॉक्टर आरपी गुप्ता पर ही रहा.
नव दांपत्य जीवन के शुभारंभ और एक दूसरे को हमसफर बनाने का पुनीत कार्य डॉक्टर गुप्ता ने अपने कंधों पर उठाया. डॉक्टर गुप्ता की यह पहल समाज में अनुकरणीय और ऐतिहासिक है.
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FIRST PUBLISHED : December 11, 2019, 17:17 IST