ने नए पटरियों को बिछाने को लेकर नया आदेश जारी किया है. रेलवे अब जो भी नई लाइन बनाएगी उस पर कम से कम 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चल सकेगी. नई लाइनों को अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड वाला बनाने को कहा गया है.
की क्षमता बढ़ाने के अलावा ये निर्देश भी दिए गए हैं कि ऐसी नई लाइनों पर कोई लेवल क्रासिंग न रखी जाए. पिछले दिनों कोटा से सवाई माधोपुर के बीच भारतीय रेल ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन 18 का सफल ट्रायल किया था. उसके बाद से ही रेलवे का आत्मविश्वास बढ़ा है कि वो भारत में 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक के स्पीड से ट्रेनें चला सकता है.
रेलवे 'ट्रेन सेट्स' को भारत में भविष्य की ट्रेन के रूप में देख रहा है, जिसका एक नमूना ट्रेन 18 है. ऐसी ट्रेनों को चलाने के लिए पटरियों की क्षमता बढ़ाना ज़रूरी है. भारतीय रेल की ये नई कवायद इसी से जुड़ी है. मौजूदा समय में रेलवे हर दिन क़रीब 9 किलोमीटर नई लाइनें बिछाता है. इस लिहाज से हर साल क़रीब 3000 किलोमीटर रेल लाइन की क्षमता में इज़ाफ़ा होगा.
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FIRST PUBLISHED : December 10, 2018, 22:53 IST