रिपोर्ट: निशा राठौड़
उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर शहर में आशा धाम आश्रम में दिव्यांग लोगों का ध्यान रखा जाता है. प्यार और दुलार से यहां रहने वाले कई रोगी ठीक हो कर गए है. आश्रम में पिछले 6 महीनों से रह रहे संदीप मौर्य भी मानसिक विकार के चलते उदयपुर पुलिस द्वारा आश्रम में लाए गए थे. लेकिन आश्रम के प्यार और दुलार से अब वह ठीक हो गया. संदीप जब अपने घर लौटे तो उनकी आंखें आश्रम से दूर जाने पर दर्द से छलक उठी.
6 महीने पूर्व घायल अवस्था में लाया गया था संदीप
आशा धाम आश्रम की सिस्टर सीना ने बताया कि पिछले 6 माह पहले संदीप कुमार मौर्य को हॉस्पिटल से विमंदित और घायल अवस्था में पुलिस द्वारा आश्रम में लाया गया.यहां पर रहते हुए उसके पैर पर हो रहे घाव का इलाज करवाया और पैर की सर्जरी करवाई. इसके अलावा मानसिक इलाज भी करवाया गया.
उत्तर प्रदेश का रहने वाला है संदीप
इलाज के बाद जब संदीप की मानसिक हालत में सुधार आने लगा तो उसने बताया कि वह अपने घर जाना चाहता है. इसके बाद संदीप ने अपने घर का पता उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के गांधियान गांव बताया. इंटरनेट के माध्यम से खोजबीन कर परिवार का पता लगाया गया और परिवार से संपर्क किया. इसके बाद संदीप का भाई राकेश कुमार मौर्य उसको लेने हेतु आशा धाम आश्रम पहुंचा.
भाई से मिलने की थी खुशी वहींआश्रम से जाने का दुख
राकेश अपने भाई संदीप को देखकर बहुत खुश हुआ. लेकिन जब संदीप अपने भाई के साथआश्रम से जाने लगा तो उसकी आंखें छलक आई. संदीप का कहना था कि आश्रम में उसे एक नहीं बल्कि 6 मांका प्यार और दुलार मिला, जिससे ही वह ठीक हो पाया है. आश्रम की संस्थापिका सिस्टर डेमियन ने संदीप कुमार को उसके भाई के साथ अपनी शुभकामनाओं के साथ विदा किया.
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