बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. एक बार फिर राजसमंद विधानसभा उपचुनाव (Rajsamand assembly by-election) में बीजेपी प्रत्याशी के प्रचार के दौरान महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) को लेकर दिए गए कटारिया के एक बयान से जहां उनको सोशल मीडिया पर जमकर घेरा जा रहा है वहीं राजपूत समाज के संगठनों ने इस पर कड़ा आक्रोश जताया है.
राजसमंद के कुंवारिया में चुनाव प्रचार के दौरान सोमवार को कटारिया ने महाराणा प्रताप के लिए गलत शब्दों का किया प्रयोग किया. इससे राजपूत समाज सहित कई लोगों ने सोशल मीडिया पर कटारिया को आड़े हाथों लिया. विरोध बढ़ता देख कटारिया ने वीडियो जारी कर अपने बयान के लिये माफी मांगी है.
उदयपुर शहर के विधायक गुलाबचंद कटारिया आवेश में आकर कई बार ऐसे शब्दों का चयन करते हैं जो उनके गले की फांस बन जाता है. इस बार भी वे राजसमंद में बीजेपी प्रत्याशी दीप्ति माहेश्वरी के लिए चुनावी सभाएं कर रहे हैं. कटारिया ने राजसमंद के कुंवारिया गांव में जनसभा के दौरान महाराणा प्रताप पर टिप्पणी कर डाली. उनकी इस टिप्पणी का राजपूत समाज ने कड़ा विरोध जताया है. वहीं समूचे मेवाड़ में भी आक्रोश फैल गया. सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों ने कटारिया के इस वीडियो को शेयर करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया है.
गुलाबचंद कटारिया के इस वीडियो के सामने आने के बाद विरोधी पार्टियों ने भी कटारिया पर निशाना साधना शुरू कर दिया. जनता सेना के संरक्षक रणधीर सिंह भिंडर ने एक बयान जारी करते हुए इसे महाराणा प्रताप का अपमान बताया. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से माफी मांगने की मांग की.
राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों में भी आग की तरह यह मामला पहुंच गया और वहां से भी लोगों ने कटारिया के बयान का विरोध शुरू कर दिया. कटारिया पर यह आरोप लगने लगे कि किरण माहेश्वरी से रहे मनमुटाव के चलते कटारिया ने इस तरह की भाषा का प्रयोग जानबूझकर किया है, जिससे चुनाव में दीप्ति माहेश्वरी को नुकसान हो. बहरहाल लगातार बढ़ते विरोध के बाद सोमवार देर शाम गुलाबचंद कटारिया ने इस मामले को लेकर बयान जारी किया और कहा कि महाराणा प्रताप का वे और उनकी पार्टी पूरा सम्मान करती है. उनके द्वारा भाषण में जो शब्द प्रयोग में किए गए उनकी भावना गलत नहीं थी. कटारिया ने कहा की यदि किसी को उनके बयान से ठेस पहुंची हो तो माफी मांगते हैं.
गुलाब चंद कटारिया के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी वह कई बार अपने बयानों के चलते चर्चा में रहे हैं। पत्रकारों को अभद्र भाषा का प्रयोग करना या फिर विधानसभा चुनाव में खुद के वोटर्स को ही वोट कुएं में डाल देने की नसीहत को देते हुए भी कटारिया कई बार जनता के निशाने पर आए हैं.
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FIRST PUBLISHED : April 13, 2021, 10:39 IST