रिपोर्ट-निशा राठौड़
उदयपुर.राजस्थान के उदयपुर सम्भाग में इन दिनों गुलाब की खेती परवान पर है. यहां चैत्र के महीने में गुलाब की खेती की जाती है बल्कि गुलाब के फूलो से कई तरह के प्रोडक्ट्स भी तैयार किए जाते है, जिनकी डिमांड बढ़ती जा रही है. उदयपुर शहर से करीब 40 किलोमिटर की दूरी पर हल्दीघाटी में इन गुलाबों की खास खेती की जाती है. जिनसे पारंपरिक तरीके के विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स बनाए जा रहे हैं. जिसमें गुलाब जल, गुलकंद, रुअब्जा, इत्र जैसी खास प्रकार को चीजों को तैयार कर बाजारों में बेचा जा रहा है.
कई परिवार कर रहे पारंपरिक तरीके से गुलाब के प्रोडक्ट तैयार
पीढिय़ों से कई स्थानीय परिवार चैत्री गुलाब की खेती कर फूलों से गुलाब जल, गुलकंद, ईत्र, शर्बत आदि उत्पाद बना और बेच रहे हैं. चैत्री गुलाब के अलावा सौंफ, इलायची, पान, नींबू, खसखस सहित कई तरह के शर्बत भी तैयार किए जाते हैं. यही नहीं यहां जामुन, तुलसी और अजवाइन के अर्क भी कुटीर उत्पादों में खास जगह बनाए हुए हैं.
चैत्री गुलाब की अपनी अलग विशेषता
हल्दीघाटी का चैत्री गुलाब दुनियाभर के गुलाब की किस्मों में एक अलग प्रकृति का फूल है. इसका रंग-रूप, सुगंध और गुण बहुत विशिष्ट है. इसके साथ ही इसका रंग रूप भी दूसरे गुलाबो से भिन्न होता है. इसकी महक काफी आकर्षक भी होती है.
ई-कामर्स प्लेटफॉर्म से बदली व्यापार की तस्वीर
चैत्री गुलाब की खेती और इससे बनने वाले उत्पादों को सरकारी प्रोत्साहन तो मिले ही है. वही हल्दीघाटी-खमनोर इलाका शर्बत और हर्बल उत्पाद का कई गुना बड़ा हब और सैंकड़ों नए परिवारों की आजीविका का स्रोत बना है. उत्पाद की भरोसेमंद क्वालिटी, सही दाम और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर देशभर में ऑनलाइन डिलीवरी जैसे उन्नति तरीके भी कारगर साबित हो रहे है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Rajasthan news, Udaipur news
आईपीएल में जिसे मुश्किल से मिला खरीदार, वो बना T20I का सरदार, टिम साउदी को पछाड़ झटक लिए सबसे ज्यादा विकेट
1 फ्लॉप फिल्म से चमकी एक्ट्रेस की किस्मत, बन गईं करोड़ों की मालकिन, पल भर में बदल गया सब कुछ
रोहित शर्मा की 2 फिरकी गेंदबाजों ने बढ़ाई टेंशन, सामने आते ही बिगड़ जाती है लय, एक का लखनऊ से नाता, तो दूसरा...