उदयपुर के सिटी पैलेस के फतेह प्रकाश में स्थित दरबार हॉल कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय गतिविधियों तथा महत्वपूर्ण पलों का गवाह रहा है.
उदयपुर. शौर्य और स्वाभिमान की धरा (Bravery and pride) देश-दुनिया में पूर्व का वेनिस और झीलों की नगरी के रूप में विख्यात उदयपुर जी-20 शेरपा बैठक (G-20 Sherpa Conference) की मेजबानी को लेकर उत्साहित है. बैठक की औपचारिक शुरुआत आज हो चुकी है. जी-20 शेरपा सम्मेलन के लिए 29 देशों के शेरपा आए हैं. इसके अलावा 11 अन्य संस्थाओं के विदेशी प्रतिनिधि आएं हैं. इस बैठक के लिए कुल 40 बड़े विदेशी मेहमान आए हैं. विश्व की प्राचीनतम अरावली पर्वत श्रृंखला की गोद में बसे हुए उदयपुर का न सिर्फ प्रशासनिक अमला बल्कि यहां के हर आम व्यक्ति का रोम-रोम इस धरा पर आने वाले परदेसी पांवणों के स्वागत को लेकर पुलकित है.
आयोजन से जुड़े शासन-प्रशासन ने महीनेभर पहले से इसे सफल बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी थी. शहर का हर गली -कूंचा, सड़कें, फुटपाथ और डिवाइडर को सजा धजा दिया गया था. शहर की सभी सार्वजनिक दीवारें इन अतिथियों के स्वागत अभिनंदन के लिए रंग-बिरंगे शब्द चित्रों से श्रृंगारित होकर बोलती नजर आ रही है. उदयपुर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह पहला आयोजन नहीं है बल्कि इससे पहले भी लेकसिटी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई आयोजन हो चुके हैं. तब भी लेक सिटी ने अपने नैसर्गिक सौंदर्य और शिल्प-कला-संस्कृति की झलक दिखाते हुए विदेशी मेहमानों की आत्मिक आवभगत की थी.
दुनिया का बेस्ट डेस्टिनेशन वेडिंग भी है उदयपुर
उदयपुर को डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी देश दुनिया में जाना जाता है. इसी वजह से कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सितारों ने अपने महत्वपूर्ण मांगलिक आयोजनों को इसी धरा पर संपादित किया है. अप्रैल 2004 में बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने उदयपुर आकर शादी की थी. उसके बाद कई फिल्मी और उद्योग जगत के सितारे शादी और सगाई समारोह का आयोजन उदयपुर में कर चुके हैं. बड़े आयोजनों को देखें तो पिछले दिनों में कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर भी यहीं हुआ था. उस समय देशभर की कई राजनीतिक शख्सियतें उदयपुर पहुंची थी. उदयपुर चिकित्सा और शिक्षा जगत की कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय कॉफ्रेंस का गवाह रहा है. यहां कई बॉलीवुड मूवी की शूटिंग भी हो चुकी है.
कई महत्वपूर्ण पलों का गवाह रहा है दरबार हॉल
पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के अनुसार जी-20 शेरपा की बैठक के केंद्र बिंदु सिटी पैलेस के फतेह प्रकाश में स्थित दरबार हॉल कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय गतिविधियों तथा महत्वपूर्ण पलों का गवाह रहा है. वर्ष 1909 में महाराणा सर फतेह सिंह बहादुर के निमंत्रण पर भारत के तत्कालीन वायसराय एवं गवर्नर जनरल लॉर्ड मिंटो का उदयपुर आगमन हुआ था. 3 नवंबर 1909 को लॉर्ड मिंटो ने पिछोला झील के पूर्वी तट पर बने दरबार हॉल की आधारशिला रखी थी. वर्ष 1909 के उस ऐतिहासिक दिन के बाद की आधी शताब्दी तक दरबार हॉल में मेवाड़ राज्य के दरबार सत्र आयोजित किए गए.
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम यहां कई कॉन्फ्रेंस कर चुके हैं
दरबार हॉल में शास्त्रीय संगीत के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी गई. वहीं इस हॉल में राज परिवार से जुड़े लोगों एवं प्रसिद्ध हस्तियों के लिए रिसेप्शन रखे गए. 1962 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की पत्नी जैकलीन कैनेडी का दरबार हॉल में आगमन हुआ था. इसी प्रकार दरबार हॉल में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा परमाणु विकास के सिलसिले में कई कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया.
फतहप्रकाश का भी है बड़ा महत्व
फतेह प्रकाश कन्वेंशन सेंटर 1948 में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की उदयपुर यात्रा का गवाह बना. यहीं पर 18 अप्रैल 1948 को उदयपुर एवं मेवाड़ राज्य का संयुक्त राजस्थान में विलय हुआ. मेवाड़ राज्य ने भारत संघ में विलय के पत्र पर हस्ताक्षर किए. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने महाराजा भूपाल सिंह को राजपूताना के महाराज प्रमुख की शपथ दिलाई. ऐतिहासिक संदर्भों के अनुसार 14 जनवरी 1949 को फतेह प्रकाश पैलेस तत्कालीन उप प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के आगमन का साक्षी बना. यहीं पर संयुक्त राजस्थान का पुनर्गठन किया गया.
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