Rajasthan: BJP की सभा में अतिथियों के पैरों के पास रखी महाराणा प्रताप की तस्वीर, बवाल मचा, पार्टी ने मांगी माफी

बीजेपी ने इसके लिये सोशल मीडिया के जरिये माफी मांगी है.
देश की आन, बान और शान वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) की तस्वीर को उदयपुर के वल्लभनगर में आयोजित बीजेपी (BJP) की सभा में अतिथियों के पैरों के पास रख दिये जाने से बवाल मच गया है. मामले में बैकफुट पर आई बीजेपी इसके लिये माफी (apologized) मांगी है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: March 10, 2021, 1:41 PM IST
उदयपुर. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) के उदयपुर दौरे की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. इस तस्वीर को लेकर बीजेपी (BJP) के विरोधी सहित मेवाड़ अंचल के लोग पार्टी को निशाने पर ले रहे हैं. यह तस्वीर उदयपुर के वल्लभनगर (Vallabhnagar) क्षेत्र की है जहां बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया 2 दिन पहले युवा सम्मेलन में शरीक होने पहुंचे थे. वहां मंच पर मौजूद अतिथियों को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) की तस्वीरें भेंट की गई थी. इन तस्वीरों को ग्रहण करने के बाद उसे पुनः मंच पर ही बैठे हुए अतिथियों के पैरों के पास रख दिया गया था.
मंगलवार को यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. लोग इसे महाराणा प्रताप का अपमान बताते हुए बीजेपी को निशाने पर ले रहे हैं. विवाद बढ़ता देख पार्टी तत्काल बैकफुट पर आ गई है। उसने सोशल मीडिया के जरिये इस चूक के लिये माफी मांगी है. लेकिन बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. लोग इस तस्वीर को लेकर न केवल बीजेपी पर तंज कस रहे हैं, बल्कि इसे मेवाड़ का बड़ा अपमान बता रहे हैं.
बीजेपी सांसद सीपी जोशी ने वीडियो जारी कर मांगी माफी
महाराणा प्रताप की तस्वीरों को मंच पर बैठे लोगों के पैरों के पास रखी होने की तस्वीर मंगलवार को पूरे दिन चर्चा का विषय रही. इस तस्वीर को वायरल करने के साथ ही कई सामाजिक संगठनों ने भी बीजेपी के नेताओं की निंदा की. लोगों के आक्रोश को देखते हुए बीजेपी के नेताओं ने भी अपनी गलती मानी. सबसे पहले चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी ने एक वीडियो जारी करते हुए इसे अनजाने में हुई चूक बताया और आमजन से माफी मांगी.
आयोजकों की चूक से गलती होना बताया
इस कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी मौजूद थे. ऐसे में प्रदेश बीजेपी के ऑफिशियल फेसबुक पेज से इस मामले में माफी मांगी गई और इसमें आयोजकों की चूक से गलती होना बताया गया. प्रदेश बीजेपी के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर लिखा गया कि महाराणा प्रताप संपूर्ण भारत वर्ष के गर्व और गौरव के प्रतीक हैं और उनके प्रति सभी का पूरा सम्मान है. गलती के लिए खेद है.
वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में होने हैं उपचुनाव
उल्लेखनीय है कि वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव भी होना है. ऐसे में बीजेपी के विरोधी दलों ने भी इस चूक का पूरा भुनाया और बीजेपी के नेताओं पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस और जनता सेना के नेताओं ने अलग-अलग बयान जारी करते हुए इसे बीजेपी नेताओं का अहंकार करार दिया और उनके इस कृत्य की निंदा भी की.
मंगलवार को यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. लोग इसे महाराणा प्रताप का अपमान बताते हुए बीजेपी को निशाने पर ले रहे हैं. विवाद बढ़ता देख पार्टी तत्काल बैकफुट पर आ गई है। उसने सोशल मीडिया के जरिये इस चूक के लिये माफी मांगी है. लेकिन बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. लोग इस तस्वीर को लेकर न केवल बीजेपी पर तंज कस रहे हैं, बल्कि इसे मेवाड़ का बड़ा अपमान बता रहे हैं.
बीजेपी सांसद सीपी जोशी ने वीडियो जारी कर मांगी माफी
महाराणा प्रताप की तस्वीरों को मंच पर बैठे लोगों के पैरों के पास रखी होने की तस्वीर मंगलवार को पूरे दिन चर्चा का विषय रही. इस तस्वीर को वायरल करने के साथ ही कई सामाजिक संगठनों ने भी बीजेपी के नेताओं की निंदा की. लोगों के आक्रोश को देखते हुए बीजेपी के नेताओं ने भी अपनी गलती मानी. सबसे पहले चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी ने एक वीडियो जारी करते हुए इसे अनजाने में हुई चूक बताया और आमजन से माफी मांगी.

आयोजकों की चूक से गलती होना बताया
इस कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी मौजूद थे. ऐसे में प्रदेश बीजेपी के ऑफिशियल फेसबुक पेज से इस मामले में माफी मांगी गई और इसमें आयोजकों की चूक से गलती होना बताया गया. प्रदेश बीजेपी के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर लिखा गया कि महाराणा प्रताप संपूर्ण भारत वर्ष के गर्व और गौरव के प्रतीक हैं और उनके प्रति सभी का पूरा सम्मान है. गलती के लिए खेद है.
वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में होने हैं उपचुनाव
उल्लेखनीय है कि वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव भी होना है. ऐसे में बीजेपी के विरोधी दलों ने भी इस चूक का पूरा भुनाया और बीजेपी के नेताओं पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस और जनता सेना के नेताओं ने अलग-अलग बयान जारी करते हुए इसे बीजेपी नेताओं का अहंकार करार दिया और उनके इस कृत्य की निंदा भी की.