उदयपुर की बेटी मानसी ने बढ़ाया राजस्थान का मान, 'आईऑडिट सॉफ्टवेयर' से अब 3 महिने की ऑडिट होगी 30 सैकेंड में

मानसी जैन ने अपनी स्कूली शिक्षा उदयपुर के सेन्ट मेरी स्कूल से पूरी की है.
उदयपुर की मानसी जैन (Mansi Jain) और उनके सहयोगियों द्वारा बनाये गये 'आईऑडिट साॅफ्टवेयर' को दक्षिण एशिया के टॉप 10 स्टार्टअप (Startup) में शामिल किया गया है.स्टार्टअप की महत्ता को देखते हुये 30 लाख रुपये का अनुदान भी दिया गया है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: February 23, 2021, 1:08 PM IST
उदयपुर. लेकसिटी उदयपुर की बेटी सीए मानसी जैन (Mansi Jain) ने अपने हुनर एवं काबिलियत के दम पर तकनीकी क्षेत्र (Technology) में नवाचार करते हुए उदयपुर ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है. मानसी ने राजकोट के सीए पलक वसा और आईआईटी रूडकी के स्मित परसानिया के साथ मिलकर एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया है जो 3 महीने का ऑडिट मात्र 30 सेकंड में कर सकेगा. इस सॉफ्टवेयर का नाम है आईऑडिट (Iodit software).
युवाओं की मेहनत और लगन से बने इस सॉफ्टवेयर को दक्षिण एशिया के टॉप 10 स्टार्टअप में शामिल किया गया है. यह बड़ी उपलब्धि है. इस उपलब्धि के लिए प्रोत्साहन स्वरूप इन्हें 8 लाख रुपये का पुरस्कार मिला है. गुजरात सरकार की ओर से इस स्टार्टअप की महत्ता को देखते हुये 30 लाख रुपये का अनुदान भी दिया गया है.
समय की बचत के साथ ऑडिट जैसे कार्यों में सुलभता होगी
मानसी ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन मेक इन इंडिया को साकार करने के उद्देश्य से इस सॉफ्टवेयर को बनाया गया है. इससे तकनीकी क्षेत्र में बढ़ावा मिलेगा और समय की बचत के साथ ऑडिट जैसे कार्यों में सुलभता होगी. मानसी का कहना है कि यह सॉफ्टवेयर बैंकिंग क्षेत्र के साथ ई-कॉमर्स एवं मल्टीनेशन कम्पनियों के लिए कारगर साबित होगा. उन्होंने बताया कि वर्तमान में टेक्नोलॉजी की विशेष आवश्यकता है और इसी को ध्यान में रखकर उनकी टीम ने यह सॉफ्टवेयर बनाया है. आगे भी नवाचार जारी रहेगा.पहली बार में सीए की परीक्षा उत्तीर्ण की
उदयपुर के सेक्टर 8 निवासी अनिल जैन की पुत्री मानसी जैन ने अपनी स्कूली शिक्षा सेन्ट मेरी स्कूल से पूरी की है. वह पहली बार में सीए की परीक्षा उत्तीर्ण कर मुंबई चली गई. वहां सीए की पढ़ाई में सफल होने के बाद विश्व के नामी संस्था ईवाई में 5 साल ऑडिट विभाग में अपने दायित्वों को कार्यकुशला के साथ बखूबी निभाया. इस दौरान मानसी को एहसास हुआ की ऑडिट के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की अत्यंत आवश्यकता है. फिर यहीं से शुरू हुआ 'आईऑडिट' का सफर.
युवाओं की मेहनत और लगन से बने इस सॉफ्टवेयर को दक्षिण एशिया के टॉप 10 स्टार्टअप में शामिल किया गया है. यह बड़ी उपलब्धि है. इस उपलब्धि के लिए प्रोत्साहन स्वरूप इन्हें 8 लाख रुपये का पुरस्कार मिला है. गुजरात सरकार की ओर से इस स्टार्टअप की महत्ता को देखते हुये 30 लाख रुपये का अनुदान भी दिया गया है.
समय की बचत के साथ ऑडिट जैसे कार्यों में सुलभता होगी
मानसी ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन मेक इन इंडिया को साकार करने के उद्देश्य से इस सॉफ्टवेयर को बनाया गया है. इससे तकनीकी क्षेत्र में बढ़ावा मिलेगा और समय की बचत के साथ ऑडिट जैसे कार्यों में सुलभता होगी. मानसी का कहना है कि यह सॉफ्टवेयर बैंकिंग क्षेत्र के साथ ई-कॉमर्स एवं मल्टीनेशन कम्पनियों के लिए कारगर साबित होगा. उन्होंने बताया कि वर्तमान में टेक्नोलॉजी की विशेष आवश्यकता है और इसी को ध्यान में रखकर उनकी टीम ने यह सॉफ्टवेयर बनाया है. आगे भी नवाचार जारी रहेगा.पहली बार में सीए की परीक्षा उत्तीर्ण की
उदयपुर के सेक्टर 8 निवासी अनिल जैन की पुत्री मानसी जैन ने अपनी स्कूली शिक्षा सेन्ट मेरी स्कूल से पूरी की है. वह पहली बार में सीए की परीक्षा उत्तीर्ण कर मुंबई चली गई. वहां सीए की पढ़ाई में सफल होने के बाद विश्व के नामी संस्था ईवाई में 5 साल ऑडिट विभाग में अपने दायित्वों को कार्यकुशला के साथ बखूबी निभाया. इस दौरान मानसी को एहसास हुआ की ऑडिट के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की अत्यंत आवश्यकता है. फिर यहीं से शुरू हुआ 'आईऑडिट' का सफर.