झीलों के शहर उदयपुर में रविवार का दिन दिव्यांगता का अभिशाप झेल रहे लोगों के लिए अपार खुशियां लेकर आया. मौका था पोलियो दिव्यांगों के लिए काम करने वाली नारायण सेवा संस्थान की और से आयोजित दिव्यांग विवाह समारोह का.
दरअसल, संस्थान के बड़ी आश्रम में रविवार को निशक्त एवं निर्धन जोड़ों का सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया गया. इस आयोजन में देश भर के करीब 51 विकलांग जोड़े परिणय सूत्र में बंधे.
मेंहदी से रंगे हाथ और खूबसुरत परिधानों में सजी-सवरी दुल्हनें आयोजित दिव्यांग विवाह में सात फेरों के बंधन में बंधने के लिए यहां पहुंचीं. हर साल भांति इस बार भी सामूहिक विवाह में वर-वधुओं को आशीर्वाद देने और खुशहाल जीवन की कामना के लिए कई लोग मौजूद रहे.
परिणय सूत्र में बंधे दिव्यांगों में भी अपनी शादी को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला. इस दौरान सभी विकलांग जोड़ों ने विधि विधान से शादी की सभी रस्मों को पूर्ण करते हुए अग्नि को साक्षी रख सातों फेरे लिए.
इस मोके पर सभी दिव्यांग जोड़ों ने उनके बेरंग जीवन में रंग और खुशहाली भरने के लिए नारायण सेवा संस्थान का शुक्रिया अदा किया. विवाह बंधन में बंधे दूल्हा-दुल्हन ने साफ किया की उन्होंने कभी सपनों में भी नहीं सोचा था की दिव्यांगता के अभिशाप के चलते वे कभी अपने जीवनसाथी के साथ अपना जीवनयापन कर सकेंगे.
अबतक करीब 1300 से भी अधिक दिव्यांग जोड़ों की घर-गृहस्थी बसाने वाले नारायण सेवा संस्थान ने एक बार फिर 102 लोगों की जिन्दगी रंगीन बना दी है.
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FIRST PUBLISHED : September 03, 2017, 18:18 IST