Udaipur News: अब विद्या होगी सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क की 'राजकुमारी', चेन्नई से लाई गई

उदयपुर के सज्जनगढ़ बॉयोलॉजिकल पार्क में चेन्नई से आई विद्या बाघिन, पर्यटक बढ़ेंगे.
सज्जनगढ़ बॉयोलॉजिकल पार्क में पर्यटकों के आकर्षण के लिए विद्या आ गई है. विद्या बाघिन को चेन्नई से लाया गया है और अब वह इस पार्क की शोभा बढ़ाएगी.
- Last Updated: February 27, 2021, 8:13 AM IST
उदयपुर. सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शुक्रवार को एक अलग ही चहल-पहल नजर आईं. वन विभाग की टीम चेन्नई जू से मादा टाइगर एवं भेडि़यों के जोड़े को लेकर पहुंची. केन्द्रीय प्राधिकरण द्वारा जारी समस्त निर्देशों का पालन करते हुए उपरोक्त जानवरों को राशन, पानी एवं दवाइयां मार्ग में दी गई। 7 सदस्य टीम एक सप्ताह पहले उदयपुर से चेन्नई के लिए रवाना हुई थी. इस बाघिन का नाम विद्या है और विद्या बाघिन ही अब पार्क की राजकुमारी होगी. इसके पहले दामिनी बाघिन पार्क में थी.
इससे पहले सज्जनगढ़ जैविक उद्यान में मादा टाइगर दामिनी थी, अब विद्या के रूप में लंबे अर्से बाद मादा टाइगर वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र साबित होगी. केंद्रीय प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा एनीमल एक्सचेंज की स्वीकृति उपरांत अरिगनर अन्ना जूलोजिकल पार्क चैन्नई से इन्हें लाने के लिए उप वन संरक्षक वन्यजीव, उदयपुर द्वारा एक सात सदस्यों की टीम गठित की गई, जिसमें वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. हंसराज जैन, वनपाल विनोद कुमार तंवर, द्वारका प्रसाद शर्मा, सहायक वनपाल रामसिंह पंवार, वाहन चालक जिनेन्द्र चुण्डावत, गिरधारी सिंह एवं सुरेश कुमार थे.
21 दिन रहना होगा क्वारैंटाइन
उप वन संरक्षक (वन्यजीव) अजीत ऊंचोई ने बताया कि मादा टाइगर एवं भेडि़ये के जोड़े को 21 दिन तक क्वारैंटाइन रखा जाएगा. जिसमें अन्य वन्य जीवों में कोई इन्फेक्शन न फैले एवं नये जानवर भी जैविक उद्यान सज्जनगढ़ के माहौल एवं वातावरण में अपने आप को ढाल सके. विद्या की उम्र 8 वर्ष है एवं वह बिल्कुल स्वस्थ है। क्वारैंटाइन अवधि के बाद इनको आम जनता के लिए डिस्प्ले में छोड़ा जाएगा.
इससे पहले सज्जनगढ़ जैविक उद्यान में मादा टाइगर दामिनी थी, अब विद्या के रूप में लंबे अर्से बाद मादा टाइगर वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र साबित होगी. केंद्रीय प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा एनीमल एक्सचेंज की स्वीकृति उपरांत अरिगनर अन्ना जूलोजिकल पार्क चैन्नई से इन्हें लाने के लिए उप वन संरक्षक वन्यजीव, उदयपुर द्वारा एक सात सदस्यों की टीम गठित की गई, जिसमें वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. हंसराज जैन, वनपाल विनोद कुमार तंवर, द्वारका प्रसाद शर्मा, सहायक वनपाल रामसिंह पंवार, वाहन चालक जिनेन्द्र चुण्डावत, गिरधारी सिंह एवं सुरेश कुमार थे.
21 दिन रहना होगा क्वारैंटाइन