निशा राठौड़/उदयपुर. ‘कभी गिरोगे तो खुद उठ भी जाओगे, कभी लड़खड़ाओगे तो खुद ही सम्भल भी जाओगे, जब तुम थामोगे हौसलों का दामन तो, एक दिन शिखर पर तुम भी चढ़ जाओगे’. कुछ यही हौसला लेकर आपने कई लोगों को चलते हुए और सफल शख्सियत बनते हुए देखा होगा. शहर में रहने वाले दिव्यांग जगदीश पटेल की भी कुछ ऐसी ही कहानी है. जगदीश 5 माह की उम्र से ही दोनों पैरों से दिव्यांग है. लेकिन अगर आप उन्हें स्टंट करते और डांस करते देखेंगे तो हैरान रह जाएंगे कि दोनों पैरों से डिसएबल होते हुए भी इतना अच्छा डांस और स्टंट कैसे कर सकते हैं.
बचपन से ही है दोनों पैरों से अपंग
जगदीश ने बताया कि वह बचपन से ही दोनों पैरों से अपंग है. व्हीलचेयर या बिना सहारे के वह चल नहीं सकते, लेकिन बचपन से ही उन्हें डांस और म्यूजिक का काफी शौक था. टीवी में देखकर उन्होंने डांस करना और स्टंट करना सीखा इसके बाद उनके परिवार ने भी उनका साथ दिया. जब वह छोटे थे तो उनके दादाजी ने उन्हें अपने टैलेंट को निखारने की सलाह दी और उन्होंने इसी पर कार्य करना शुरू कर दिया पढ़ाई के साथ-साथ वह अपने गली मोहल्ले में भी डांस स्टंट किया करते थे. कई बार डांस नहीं करने की भी सलाह दी गई अपने हौसले को मजबूत रखा और लगातार प्रयास करते रहे कई बार गिरे भी लेकिन गिरने के बावजूद भी संभल कर आगे बढ़ते गए
विदेशो में दे चुके अपनी प्रफोमेंस
5 वर्ष की उम्र से ही इन्होंने डांस करना और स्टंट करना प्रारंभ किया इसके बाद यह लगातार इस प्रतिभा को निखारने गए इन्होंने न सिर्फ देश के अलग-अलग हिस्सों में बल्कि अफ्रीका यूरोप के कई शहरों में स्टेज शो में हिस्सा लिया है. जगदीश का कहना है कि वह डेढ़ सौ से ज्यादा स्टेज शो का हिस्सा बने हैं. साथ ही कई रियल्टी शो में भी भाग ले चुके हैं. साथ ही वह एंकरिंग और सिंगिंग भी करते हैं. वहीं शिक्षा की बात की जाए तो जगदीश पटेल एमएससी कर चुके हैं और हाल ही में उदयपुर की नारायण सेवा संस्था में ट्रांसपोर्ट कर्मचारी के रूप में कार्यरत है.
.
Tags: Rajasthan news, Udaipur news